सर्दियों की बारिश के लिए जिम्मेदार चक्रवाती हवा पश्चमी विक्षोभ चरम पर है. बुधवार को पूरे प्रदेश में अलग अलग समय में रिमझिम बारिश हुई. पूरे प्रदेश में सूर्य के दर्शन नहीं हुए. आसमान के बादलों से ढके होने की वजह से अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयी. अधिकतर जिलों में तापमान सामान से नीचे रहा. कनकनी और ठिठुरन शुरू हो गयी है. करीब सभी जिलों में रिमझिम से मध्म बारिश दर्ज की गयी.
30 दिसंबर से दो जनवरी तक लगातार बारिश और ठनका गिरने की आशंका रहेगी. मौसम विज्ञान विभाग ने इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इस तरह एक विशेष सिस्टम अगले 72 घंटे तक बना रहेगा. इसके बाद बिहार शीतलहर और कोहरे की चपेट में होगा. आइएमडी के मुताबिक अगले 48 घंटे तक पूरे बिहार मे हल्की से मध्म बारिश होगी. बुधवार सुबह तक औरंगाबाद मे 37.4, बोधगया में 36.4, चैता में 26.2, गोपालगंज व भोरे में 25.8, कटैया में 22.6मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है.
बुधवार को दिन मे बादल छाये रहने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया. दोपहर एक बजे पटना में बूंदाबादी शुरू हुई. रूक-रूक होती रही. शाम में तेज बारिश हुई. पटना में पांच मिलीमीटर बारिश हुई. दिन में बादल के छाये रहने से धूप नहीं निकला. इससे ठंड अधिक रहा. अधिकतम तापमान में कमी आयी. हालांकि न्यूनतम तापमान में वृद्ध हुई. पटना का अधिकतम तापमान 20. 2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मंगलवार के अधिकतम तापमान से चार डिग्री कम रहा.
वहीं न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मंगलवार के न्यूनतम तापमान से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. दोपहर मे बोरिंग रोड, बेली रोड, पाटलिपुत्र, कंकड़बाग समेत अन्य इलाके में कही बूंदाबांदी तो कही तेज बारिश हुई. बारिश के कारण गली- मुहल्ले की सड़कों पर पानी जमा होने से किचकिच हुआ. बारिश को लेकर बाजारों पर भी इसका असर दिखा. लोग जहां-तहां बारिश से बचते रहे.