गोपालगंज में पछुआ हवा ने आसमान में छाये कोहरा व बादलों को गायब कर दिया. आसमान के साफ होते ही धूप धरती पर पहुंच गयी. लोगों ने पूरे दिन राहत की सांस ली. ऐसे में लोगों को मौसम के सामान्य होने का अहसास हुआ. शाम होने के साथ ही पछुआ हवा तेज होने लगी. हवाएं सर्द हो गयीं. पछुआ हवा 22.2 किमी की रफ्तार से चलने लगी. रात में अलाव के सहारे लोग जान बचाते दिख रहे हैं. मौसम धूप के चलते ठंड से मिलने वाली राहत अस्थायी साबित होगी. एक बार फिर ठंड बढ़ने का माहौल बनने लगा है. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि 24 जनवरी से ही बादलों के घुमड़ने का सिलसिला शुरू हो जायेगा. एक अध्ययन के अनुसार 25-26 जनवरी को गरज-चमक के साथ बूंदाबादी का पूर्वानुमान भी जता रहे हैं. ऐसे में बूंदाबूंदी के बाद ठंड बढ़ने की संभावना है.
ठंड बढ़ने व बारिश होने की वायुमंडलीय परिस्थितियां तैयार हो गयी हैं. हिमालय के पहाड़ों पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है और दूसरा 18 जनवरी तक सक्रिय होगा. इसके अलावा 22 जनवरी को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. 22 जनवरी वाला विक्षोभ जब तिब्बत की ओर से बढ़ेगा, तो पूर्वी उत्तर प्रदेश होकर गोपालगंज समेत उत्तरी बिहार में बूंदाबांदी की संभावना बनेगी. मौसम के इस रुख की चपेट में काफी हद तक गोपालगंज भी आयेगा. अलग समय पर आने वाले तीनों पश्चिमी विक्षोभ एक सप्ताह तक मौसम का मिजाज बिगाड़े रखेंगे.
मौसम विज्ञानी डॉ पांडेय के अनुसार धूप निकलने के बाद भी अधिकतम तापमान 16.8 से ऊपर नहीं चढ़ पाया. जबकि, रात का पारा 5.0 डिग्री पर आ गया. पछुआ हवा 22.2 किमी की रफ्तार से चली, जिससे रात सर्द हो गयी. रात में पाला पड़ने का अलर्ट विभाग की ओर से जारी किया गया है.
डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी के आदेश के बाद भी प्राइवेट स्कूल आज कोल दिए गए. गोपालगंज के डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने शीतलहरी को देखते हुए 18 जनवरी तक सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों बंद करने का आदेश दिया है. आने वाले कोल्ड वेव को लेकर प्रशासन काफी गंभीर है. जिले का पारा चार डिग्री के नीचे जाने का आसार है. ऐसे में यह मनमानी भारी पड़ सकती है.