पटना. इस साल जून से सितंबर तक बिहार में मॉनसून की सक्रियता सकारात्मक रहेगी. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की मंगलवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक इस साल भी बिहार में सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं. विशेष रूप से राज्य के उत्तर-पश्चिम इलाके में सामान्य से 5 से 75 फीसदी तक अधिक बारिश हो सकती है. सिर्फ एक-दो जिलों में सामान्य से कम बारिश हो सकती है.
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जून में झारखंड से सटे क्षेत्र में कम होगी बारिश
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जून में तापमान सामान्य से कम रहने के आसार
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उत्तर-पश्चिम इलाके में सामान्य से 5 से 75% तक अधिक होगी बारिश
रिपोर्ट के मुताबिक मॉनसून सीजन के पहले माह जून के दौरान उत्तर-पश्चिम बिहार में सामान्य से अधिक और झारखंड से सटे जिलों में सामान्य से कुछ कम बारिश होने की संभावना है. सबसे बड़ी मौसमी उठापटक जून में देखने को मिलेगी. 15 जून से पहले जहां बिहार तपा करता था. इस साल तपने के आसार दूर-दूर तक नहीं हैं. आइएमडी रिपोर्ट के मुताबिक जून में बिहार में तापमान सामान्य से कम ही रहेगा.
पिछले 35 दिनों से लगातार चल रही पुरवैया हवा ने बिहार में लू नहीं चलने दी. हालांकि, 17 से 20 मई के बीच दक्षिण-पश्चिम बिहार में बहुत कम समय के लिए पछुआ हवा चली. इसके प्रभाव से सिर्फ एक-दो स्थानों पर एक दिन लू महसूस की गयी. बिहार में 25 अप्रैल से लगातार पुरवैया चली है. इसके कारण वातावरण में नमी की मात्रा अधिक रही.
इस साल मई में पश्चिमी विक्षोभ आदि की मौसमी दशाएं बेहद कमजोर रहीं. साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफलाइन की अत्यधिक सक्रियता से आंधी-पानी आया. पुरवैया अभी लगातार चलेगी. इसकी लगातार सक्रियता क्लाइमेट चेंज की ओर संकेत हैं. -डॉ गुलाब सिंह , डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर