बिहार: मौसम में बदलाव से सेहत पर पड़ा असर, मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी, जानें बचाव के उपाय

Bihar News: बिहार में मौसम के बदलाव के बाद मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. मौसम में होने वाले बदलाव का बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. साथ ही बड़े लोग भी इससे प्रभावित हो रहे है.

By Sakshi Shiva | August 12, 2023 3:46 PM

Bihar News: बिहार में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है. मौसम विज्ञान केंद्र ने भी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. लेकिन, मौसम में होने वाले बदलाव का बच्चों की सेहत पर भारी असर पड़ रहा है. शिशु रोग विभाग की ओपीडी में मरीजों की संख्या 40 से बढ़कर 70 हो गई है. सर्दी जुकाम, उल्टी, दस्त एवं डायरिया से बीमार बच्चों की संख्या बढ़ी है. कभी बारिश, तो कभी गर्मी सेहत पर भारी पड़ रही है. सबसे ज्यादा बच्चों को दिक्कत हो रही है. शिशु रोग विभाग की ओपीडी में मरीजों की संख्या 40 से बढ़कर 70 हो गयी है. हालांकि, मौसम की मार से बच्चों के साथ बड़े-बुजुर्ग भी बीमार हो रहे हैं. तापमान में हो रहे उतार-चढ़ाव और वातावरण में नमी बढ़ने से बैक्टीरिया व वायरस तेजी से पनप रहे हैं. यह संक्रामक बीमारियों का कारण बन रहे हैं. शिशु रोग विभाग में संक्रमण की वजह से सर्दी जुकाम, उल्टी दस्त एवं डायरिया से बीमार बच्चों की संख्या बढ़ रही है.

चिकित्सकों ने सतर्कता बरतने की दी सलाह

यहां ओपीडी का आम तौर पर 40 मरीजों का औसत था, जो अब बढ़कर 70 तक हो गया है. बुखार के भी मरीज आ रहे हैं. बच्चों के साथ हर उम्र के लोग मौसमी बीमारियों से ग्रसित हैं. फिजीशियन के यहां मरीजों की भीड़ लग रही है. चर्म रोग विशेषज्ञ के पास भी इंफेक्शन के मरीज बढ़ रहे हैं. चिकित्सकों ने बदलते मौसम में सतर्कता बरतने की सलाह दी है. लोगों की परेशानी बढ़ गई है.

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बच्चों को बारिश से बचाएं

मरीज बढ़ने से जिला अस्पताल की ओपीडी से लेकर वार्ड तक परेशानी बढ़ गयी है. यहां पर मरीज को दिखाने के लिए लोग भिड़ रहे हैं. शिशु रोग विशेषज्ञ बताते है कि बरसात के मौसम में बच्चे बार-बार पानी में भीगते हैं. इस कारण वह कई बार बीमार पड़ जाते हैं. बारिश होने पर तापमान गिर जाता है और धूप निकलने पर भीषण गर्मी. ऐसे में बच्चों को बुखार व सर्दी जुकाम का खतरा रहता है. बारिश में बचने से बच्चों को बचाना चाहिए.

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आई फ्लू के मामलों में तेजी से इजाफा

मुजफ्फरपुर में आई फ्लू के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. नेत्र ओपीडी में रोजाना 70 प्रतिशत तक वायरल के मामले पहुंच रहे हैं. इसके बावजूद भी ओपीडी के दवा काउंटर पर आई ड्रॉप की कमी है. बताया जा रहा है कि डॉक्टरों द्वारा अधिकांश मरीजों को बाहर से दवा लिखकर खरीदने को कहा जा रहा है. पीड़ितों का कहना है अस्पताल की दवा काउंटर से आई ड्रॉप नहीं मिल रही. इस कारण मजबूरन उन्हें पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं. बढ़ते मामलों को लेकर कोशिश की जा रही है कि आई ड्रॉप दवा काउंटर में उपलब्ध हो जाए.

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परेशानी होने पर चिकित्सक से करें संपर्क

नेत्र विभाग के डॉक्टर के अनुसार लोग खुद ही घरों पर तीन से पांच दिन तक इलाज कर रहे हैं. इससे उनकी आंखों की हालत अधिक खराब हो रही है. अगर परिवार या संबंधियों में किसी को आई फ्लू है तो अपने हिसाब से दवाई ले रहे हैं. जबकि, पलकों व आंखों आदि पर आई फ्लू के असर के मुताबिक दवाई दी जाती है. इसी तरह बाजार में दवा विक्रेताओं द्वारा मनमर्जी से आई ड्रॉप बेचने की बात भी कही जा रही है. मरीजों को परेशानी होने पर चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.

मौसम विभाग के अनुसार अगले पांच दिनों तक बारिश की संभावना है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मुजफ्फरपुर के साथ उत्तर बिहार में अगले पांच दिनों तक अच्छी बारिश की आशंका है. शनिवार व रविवार को कई जिलों में भारी बारिश का अनुमान है. इस दौरान ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार कम दबाव व मॉनसूनी रेखा के सामान्य पोजीशन में होने के कारण मॉनसून की सक्रियता बनी हुई है. इससे उत्तर बिहार के तराई व मैदानी भागों में अच्छी बारिश की स्थिति बनी रहेगी. दूसरी ओर शुक्रवार को सुबह से लेकर शाम तक आसमान में काले बादल मंडराते रहे. शाम के समय शहर के कुछ इलाकों में हल्की बूंदा-बांदी हुई, लेकिन, धूप नहीं निकलने से मौसम की स्थिति सामान्य बनी रही. इस कारण लोगों को फिलहाल उमस और गर्मी से बड़ी राहत मिली है. गर्मी से लोगों को राहत मिली है. लेकिन, बीमारी का खतरा बढ़ गया है.

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