Bihar Weather: बिहार में बारिश को लेकर कई जिलों में अलर्ट है. मौसम विभाग ने ठनका को लेकर भी कई जिलों के लिए चेतावनी जारी की है. राजधानी पटना के अलावा अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, कटिहार, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, मधेपुरा, दरभंगा, नालंदा, सारण, बेगूसराय, सुपौल व सीतामढ़ी में भारी वर्षा की चेतावनी है. इसके अलावा कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा और बुंदा- बांदी के आसार है. वहीं, अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री तक की बढ़ोतरी का पूर्वानुमान है. 27 और 28 अगस्त को सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, समस्तीपुर, दरभंगा, वैशाली, जमुई, मुंगेर, बांका, भागलपुर, सुपौल, खगड़िया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, मधेपुरा आदि जिलों में वज्रपात की चेतावनी है.
पटना सहित राज्य के पटना सहित राज्य के 24 जिलों में तापमान में इजाफा हुआ है. वहीं, छह जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. राज्य में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी नहीं है. राज्य में अभी भी समान्य से 27 फीसदी तक कम बारिश हुई है. वहीं, पिछले पांच दिनों के दौरान झमाझम बारिश हुई है. फिलहाल, भागलपुर जिले में सामान्य से अधिक बारिश हुई है. इसके अलावा अररिया में भी सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है. पटना में चार दिनों के बाद धूप खिला है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार फिलहाल पटना में ठनका का अलर्ट नहीं है.
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वहीं, बारिश के बाद कई इलाकों में जलजमाव की समस्या भी खड़ी हुई है. दानापुर में बारिश के बाद धनेश्वरी देवनंदन कन्या इंटर विद्यालय परिसर में झील जैसा नजारा देखने को मिला. जलजमाव से स्कूल के कमरे तक पहुंचने में छात्र-छात्राओं के कपड़े भीग जा रहे हैं और जूता व चप्पल उतारकर उन्हें हाथ में टांग कर ले जाना पड़ रहा है. यही हाल शिक्षिका व शिक्षकों का है. हल्की बारिश में जब यह हालत है तो भारी बारिश में क्या होगा यह सवाल खड़ा किया जा रहा है. स्कूल के प्रधानाचार्या आशा कुमारी को भी कार्यालय कक्ष तक पहुंचने में दिक्कत होती है. प्रधानाचार्या और शिक्षिका को स्कूल के कमरे तक जाने में घुटने भर पानी में घुसकर जाना पड़ता है. बताया गया कि यह स्कूल परिसर नीचा होने के कारण आसपास का पानी इसी में जमा हो जाता है. शिक्षिका ने बताया कि नाले भी जमा और अतिक्रमण के कारण जल निकासी नहीं हो रही है.
बारिश के कारण सड़कें झील में तब्दील हो गयी है और जगह-जगह जलजमाव हो गया. गोला रोड झखड़ी महादेव मंदिर में घुटने भर पानी घुस गया है. इस कारण पूजा-अर्चना करने में भक्तों को भारी परेशानी हुई. साथ ही महादलित के घरों में घुटने भर गया. जिससे लोगों को रात में जागना पड़ा रहा है. इस कारण कई घरों में चूल्हा तक नहीं जला. लोग किसी तहर जीवन व्यतीत कर रहे हैं. लोगों ने बताया कि मोटर पंप लगाया गया है, पर जल निकासी नहीं हो रही है. आज तक मटकोरा नाला का उड़ाही नहीं करायी गयी है. जिससे घरों और मंदिर में जल जमाव लगा हुआ है. यही हाल गोसाई टोला रोड पर घुटने जल जमाव के प्राथमिक विद्यालय में भी महीनों से जल जमाव के स्कूल बाधित है और बच्चों का पठन पाठन पूरी तरह से बाधित हो गया है. नगर बीबीगंज, चित्रकूट नगर, पंचशील नगर, गोसाई टोला रोड, खरजां रोड, बाला जी नगर, उर्जा नगर, अर्पणा बैंक कॉलोनी समेत आदि इलाकों में जल जमाव का दृश्य बना हुआ है. यही हाल छावनी क्षेत्र के पीपा पुल मार्ग, बस पड़ाव, सब्जी मंडी समेत आदि इलाकों का है. परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जगन्नथ यादव ने बताया कि कई जगहों पर जल जमाव लगा हुआ है. जिससे मोटरपंप से जल निकासी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है.
शहर के दीघा स्थित पोल्सन रोड व आसपास के इलाके में पिछले 10 दिनों से सड़कों पर गंदा पानी जमा है. सड़कों पर पानी जमा होने की वजह इलाके में रहने वाले लोगों के साथ ही राहगीरों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बरसात के दिनों में इलाके में रहने वाले लोगों की पेरशानी दोगुनी हो गयी है. आलम यह है कि इन इलाके के सैकड़ों घरों में पिछले 10 दिनों से पानी जमा है. लोगों को खाना बनाने और सोने के लिए भी सोचना पड़ रहा है. इलाके में रहने वाले बच्चों को स्कूल आने-जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. निराला नगर में रहने वाले लोगों ने बताया कि शाम ढलने के बाद किसी जरूरी काम से भी सड़कों में निकलने में डर लगता है. इसके साथ ही कई दिनों से गंदा पानी जमा होने की वजह से मच्छरों ने भी लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. जलजमाव के कारण डेंगू की भी समस्या में इजाफा हो रहा है.