Bihar Weather: अलनीनो इफेक्ट के कारण बिहार में इस साल कड़ाके की ठंड के आसार कम…
बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में चक्रवाती सर्कुलेशन और बन रहे कम दबाव के क्षेत्र की वजह से 25 नवंबर के आसपास हवा का पैटर्न पछुआ से पुरवैया होने की उम्मीद है.
इस बार की सर्दी कम कंपायेगी. सर्दी के सीजन में तापमान सामान्य से कुछ अधिक रहेगा. ऐसा ‘अलनीनो‘ इफेक्ट की वजह से होने के आसार हैं. नवंबर माह का तापमान सामान्य से कुछ अधिक रहा है. खास बात है कि राज्य में छा रही धुंध तापमान कम होने की वजह से नहीं, बल्कि प्रदूषण की वजह से देखी जा रही है. आइएमडी पटना की जानकारी के मुताबिक अगले 48 घंटे में बिहार में पुरवैया चलने की संभावना है. दरअसल बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में चक्रवाती सर्कुलेशन और बन रहे कम दबाव के क्षेत्र की वजह से 25 नवंबर के आसपास हवा का पैटर्न पछुआ से पुरवैया होने की उम्मीद है. इससे प्रदेश में काफी मात्रा में नमी बढ़ जायेगी. इससे विशेष रूप से रात के पारे में बढ़ोतरी होने का अनुमान है. आइएमडी के मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अलनीनो इफैक्ट से पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता काफी कम रहने की संभावना है. अक्तूबर-नवंबर में जो भी पश्चिमी विक्षोभ बने, वे अलनीनो की वजह से अप्रभावी साबित हो रहे हैं. दरअसल पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से ही उत्तरी भारत में ठंड पड़ती है.
अलनीनो क्या है
एक जलवायु संबंधी घटनाहै, जो पूर्वी प्रशांत महासागर में सतही जल केअसामान्य रूप से गर्म कर देता है. इससे समुद्र का तापमान भी बढ़ जाता है. यही वजह है कि सर्दियों में भी पारा सामान्य से कुछ अधिक हो जाताहै.
तीन दिनों में 3.2 डिग्री सेल्सियस गिरा पारा
मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि गुरुवार को शहर का न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस रहा. इस तरह न्यूनतम तापमान में तीन दिनों में 3.2 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गयी है. मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट केअनुसार अगले 24 घंटे में शहर के न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी.