पटना. राज्य के वेटलैंड्स को विकसित कर पर्यटल स्थल बनाने की सरकार की योजना है. ये पानी प्रबंधन के बेहतरीन स्रोत के रूप में भी चिह्नित किये गये हैं. ऐसे में इनके बेहतर प्रबंधन के लिए जिलों में डीएम की अध्यक्षता में समिति का गठन कर विकसित किये जा सकने वाले वेटलैंड्स की पहचान कर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
इस समिति में संबंधित जिले के डीएफओ मेंबर सेक्रेटरी और अन्य विभागों के जिलास्तरीय पदाधिकारी सदस्य होंगे. समिति ने अपना काम शुरू कर दिया है. फिलहाल पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को 100 हेक्टेयर से बड़े 28 वेटलैंड्स की जानकारी दी गयी है. इन सभी का हेल्थ कार्ड बन रहा है. इसके साथ ही 100 हेक्टेयर से बड़े 36 वेटलैंड्स का चयन भी आगे की प्रक्रिया के लिए किया गया है.
सूत्रों के अनुसार का निर्देश पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने दिया है. हैं. रिपोर्ट के आधार पर मैनेजमेंट प्लान बनेगा.सूत्रों के अनुसार राज्य में करीब सवा दो हेक्टेयर से बड़े करीब चार हजार वेटलैंड्स की पहचान की गयी है. वहीं सौ हेक्टेयर से बड़े करीब 133 वेटलैंड्स हैं. इनको मैनेजमेंट का काम होगा.
यह पहचान किया जायेगा कि ये वेटलैंड्स किस विभाग या संस्था के नियंत्रण या अधिकार क्षेत्र में हैं. अभी 28 का हेल्थ कार्ड बन रहा है. अगले चरण में 36 वेटलैंड्स की पहचान कर उनका हेल्थ कार्ड बनाया जायेगा. राज्य सरकार ने पहचान किया है. ये पानी के प्रबंधन की बेहतरीन स्रोत हैं.