जब प्रेमिका पहुंची प्रेमी के घर तो खुला राज, सरपंच ने करायी शादी
सरपंच व ग्रामीणों के समक्ष दोनों परिवार के मौजूदगी में प्रेमी युगलों की शादी करायी गई
बांका: बिहार के बांका जिले के ग्राम कचहरी बटसार के सरपंच ने ग्राम कचहरी में ही एक प्रेमी, प्रेमिका का दहेज मुक्त आदर्श विवाह कराया. जानकारी के अनुसार बौंसी थाना क्षेत्र के पाड़े बांध, सरवा गांव निवासी नीलकंठ रावत की पुत्री शोभा कुमारी का थाना क्षेत्र के अस्सी गांव निवासी अशोक चौधरी के पुत्र अनिल चौधरी उर्फ तुफान चौधरी के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. जिसे लेकर ग्राम कचहरी बटसार में सरपंच व ग्रामीणों के समक्ष दोनों परिवार के मौजूदगी में प्रेमी युगलों की शादी करवा दी. बताया जा रहा है कि लड़का दुर्गा पूजा के दौरान सन्हौला थाना क्षेत्र के भुड़िया गांव में लगने वाले मेले में गांव के ही मिठाई दुकान में काम करता था. वहीं दुर्गा पूजा के समय ही लड़की अपनी बड़ी बहन के ससुराल भुड़िया गांव आयी थी. जहां मेले में ही आते-जाते दोनो में प्यार हो गया और दोनों साथ जीने और मरने की कसमें खाने लगे. प्रेम परवान चढ़ा और एक दूसरे को भरोसा दिलाने के लिए प्रेमी युगलों ने किसी मंदिर में चुपके से शादी कर अपने प्रेम पर मोहर लगा दी.
दोनों के परिवारों वालों को मालूम नहीं था. पांच माह से चढ़ा प्रेम का परवान तनिक भर में बिखरने वाला था, लेकिन उसे ग्राम कचहरी के सरपंच भरोसी मंडल ने बचा लिया. प्रेम का भांडा तब फूटा जब, पाड़े बांध की रहने वाली प्रेमिका शोभा कुमारी सोमवार को अचानक अस्सी गांव अपने ससुराल आ पहुंची और लड़के के माता-पिता को प्रेम कहानी बताकर शादी कर लेने की बात कही. लेकिन प्रेमी के घर वालों ने शादी की बात मानने से इनकार कर दिया. परिवार वालों का विरोध देख दोनों ग्राम कचहरी पहुंच गये दोनों ने एक-दूसरे के प्रेम करने व शादी कराने को लेकर सरपंच से आग्रह किया. जिसके बाद ग्राम कचहरी लगी और दोनों पक्षों के परिजन पहुंचे. सरपंच ने जब इस संबंध में लड़की मां से जानकारी ली तो उसने दोनों की शादी पर किसी भी तरह की आपत्ति नहीं जताई. वहीं लड़के पक्ष ने भी सरपंच के समझाने बुझाने पर अपनी सहमती जतायी. दोनों परिवार की राजी होते ही प्रेमी युगल की शादी करा दी गयी.