नीतीश के साथ मंत्री, राजीव गांधी की कोर टीम में भी रहे… बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को जानिए
Bihar New Governor: बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को आप कितना जानते हैं? नीतीश कुमार के साथ वो केंद्र में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. जानिए सियासी सफर...
बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Arif mohammad khan) बनाए गए हैं. केंद्र सरकार ने बिहार समेत पांच राज्यों के राज्यपालों को बदला है. बिहार के राज्यपाल (Bihar new governor) राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को केरल का राज्यपाल बनाया गया है जबकि केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का राज्यपाल बनाया गया. राष्ट्रपति ने पांच नए राज्यपालों की नियुक्ति की है. बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान कभी केंद्र सरकार में नीतीश कुमार के साथ कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. सियासी सफर में उनके साथ रहे नेता केसी त्यागी ने जानिए क्या कुछ बताया…
नीतीश कुमार के साथ कैबिनेट में रहे मंत्री
बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान कभी वीपी सिंह की सरकार में बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कैबिनेट के सदस्य रहे. यानी दोनों एकसाथ सरकार में मंत्री थे. वीपी सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस से जो सीनियर नेता बाहर निकले, उनमें एक प्रमुख नाम आरिफ मोहम्मद खान का भी था. आरिफ मोहम्मद खान की राजनीति में एंट्री अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष बनने से हुई थी. 1977 में वो बुलंदशहर के सियाना विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने और यूपी सरकार में मंत्री बने थे.
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केसी त्यागी ने आरिफ मोहम्मद खान के बारे में बताया…
1978 में जनता पार्टी से नाराज होकर उन्होंने पार्टी का दामन छोड़ दिया था. इससे पहले 1974 में चौधरी चरण सिंह के लोकदल में युथ बिग्रेड के अध्यक्ष भी आरिफ मोहम्मद खान बनाए गए थे. उनके हमउम्र पूर्व सांसद जदयू नेता केसी त्यागी बताते हैं कि आरिफ मोहम्मद खान तब युवा लोकदल के अध्यक्ष और महामंत्री बने थे. जब लोकदल का गठन हुआ था तो बिहार से कर्पूरी ठाकुर, यूपी से राजनारायण और पीलू मोदी ने चौधरी चरण सिंह का साथ दिया था. आरिफ मोहम्मद खान तक पीलू मोदी की स्वतंत्र पार्टी के सदस्य थे.
राजीव गांधी की कोर टीम में रहे आरिफ मोहम्मद खान
केसी त्यागी बताते हैं कि आरिफ मोहम्मद खान 1980 में कानपुर से सांसद बने. राजीव गांधी की कोर टीम के भी वो सदस्य थे. लेकिन शाहबानो केस में उनके विचार कांग्रेस से अलग थे. केसी त्यागी बताते हैं कि शाहबानो केस में आरिफ मोहम्मद खान अगुवा की भूमिका में ही थे. 1989 में आरिफ मोहम्मद खान बुलंदशहर से जबकि केसी त्यागी गाजियाबाद से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने थे.