बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजनीतिक सरगर्मी के बीच ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी को जदयू का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया है. वहीं, पार्टी में इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद अशोक चौधरी सीएम से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब से हम जदयू में आये हैं , तब से हम पार्टी के लिए पूरी मेहनत करते हैं. हम जिसके साथ रहते हैं उसे अपना सौ फीसदी देने का प्रयास करते हैं. पार्टी के विकास के लिए सोचते हैं.
नेता ने बुलाया और हम आये- अशोक चौधरी
हमको नीतीश कुमार ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है, तो कुछ लोगों को खराब लगता है तो क्या करें? कुछ लोग कहते हैं कि समता पार्टी के काल से नहीं थे, फिर भी इनको मिलता है. हम कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष थे, नेता ने बुलाया और हम चार विधान पार्षदों को लेकर आये.
हाल ही में एक कविता रिट्वीट करने के बाद फैली थी अफवाह
गौरतलब है कि हाल ही में एक्स हैंडल पर मंत्री अशोक चौधरी ने एक कविता ”छोड़ दीजिये…” साझा की थी. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी थीं. इस पर मंत्री अशोक चौधरी ने स्पष्ट किया था कि कविता साझा करने के पीछे उनकी मंशा गलत नहीं थी. उन्होंने कहा था कि जिनको हम मानस पिता मानते हैं, जो मेरा नेता है, दिनभर उनके लिए काम करते हैं, उस पर हम तंज कैसे कर सकते हैं. आजकल के बच्चे मां-बाप की बात नहीं सुनते हैं, यह कविता उनके लिए थी. कविता पोस्ट के बाद मंत्री अशोक चौधरी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे. हालांकि, उन्होंने कहा था कि वे तो रोज मुख्यमंत्री आवास आते हैं, नियमित रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलते हैं. यह नयी बात नहीं है. उन्होंने आगे कहा था कि यह कविता उन्हें किसी ने भेजा, उन्हें कविता अच्छी लगी और सोशल मीडिया पर साझा कर दिया दिया.