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रोहतास के डबरिया गांव में विधवा की गोली मारकर हत्या, छानबीन में जुटी पुलिस

गोली चलने की आवाज पर आसपास के लोग अपने घरों से बाहर निकले, तो उर्मिला कुंवर खून से लथपथ जमीन पर गिर कर तड़प रही थी. उन्हें ग्रामीण बिक्रमगंज के निजी क्लिनिक में ले गये, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया.

सूर्यपुरा. थाना क्षेत्र के डबरिया गांव में गुरुवार की देर शाम अज्ञात अपराधियों ने एक 35 वर्षीया विधवा महिला की गोली मारकर हत्या कर दी. गोली चलने की आवाज पर आसपास के लोग अपने घरों से बाहर निकले, तो उर्मिला कुंवर खून से लथपथ जमीन पर गिर कर तड़प रही थी. उन्हें ग्रामीण बिक्रमगंज के निजी क्लिनिक में ले गये, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. वहीं, घटना की सूचना पाकर थानाध्यक्ष प्रिया कुमारी, अपर थानाध्यक्ष बिजेंद्र कुमार राम के साथ ही जवानों ने घटनास्थल का जायजा लिया और निजी अस्पताल में जाकर शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए उसे सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया.

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अज्ञात अपराधियों ने उन्हें पीछे से गोली मार दी

ग्रामीणों ने बताया कि डबरिया निवासी 80 वर्षीय वृद्ध दुखु साह की विधवा बहू उर्मिला कुंवर अपने घर के दरवाजे के सामने से भैंस बांधकर घर में जा रही थी कि अचानक अज्ञात अपराधियों ने उन्हें पीछे से गोली मार दी. दायीं छाती के पीछे गोली लगने के बाद आगे छाती में जाकर फंस गयी थी. हालांकि, अभी तक पता नही चला कि घटना को किसने अंजाम दिया और इसका कारण क्या है. परिजन भी किसी पर संदेह की बात थाने को नहीं बता रहे हैं. आसपास के लोगों ने भी गोली चलाते किसी को नहीं देखा है. जानकारी के अनुसार, डबरिया गांव निवासी दुखु साह के दो पुत्रों में दूसरे बेटे स्व संतोष साह की पत्नी 35 वर्षीया उर्मिला कुंवर घर के सामने से भैंस बांधकर घर में जा रही थी, उसी समय अज्ञात अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी.

कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर किया दाह-संस्कार

आसपास के लोगों को जानकारी हुई, तो बिक्रमगंज निजी अस्पताल में इलाज को ले गये. वहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव को सदर अस्पताल सासाराम में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौपा दिया. वहीं शुक्रवार की अहले सुबह शव मिलने के बाद महिला के भाई शिवशंकर साह, परिजनों व गांव के लोगों ने शव के साथ थाने पर पहुंच कर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए हंगामा किया. वहीं, थाने पर वरीय पदाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. इस दौरान जिला पर्षद प्रतिनिधि पूर्व मुखिया सीता सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता सुदामा पांडेय, बीरेंद्र पांडेय, सुनील पांडेय, करीमन पांडेय सहित कई लोग पहुंचे. थानाध्यक्ष ने कहा कि अगर किसी पर कोई संदेह हो, तो आप सब बता सकते हैं. ऐसे हम अपराधियों की धर-पकड़ के लिए भरपूर कोशिश करेंगे.

अभी लिखित आवेदन नहीं दिया गया

थाना अध्यक्ष के आश्वासन के बाद ग्रामीण व परिजन शव को दाह-संस्कार के लिए गांव ले गये. थानाध्यक्ष ने बताया कि परिजनों द्वारा अभी लिखित आवेदन नहीं दिया गया है. शव ले जाने के बाद भी थानाध्यक्ष प्रिया कुमारी डबरिया गांव में गयीं और कई बिंदुओं पर मुआयना किया. वहीं, अगरेड़कलां पंचायत के पूर्व मुखिया जितेंद्र सिंह ने कबीर अंत्येष्टि के लिए सहायता राशि दी. सामाजिक कार्यकर्ता सुदामा पांडेय ने बीडीओ से दूरभाष पर बात की, तो बीडीओ ने आश्वासन दिया कि कार्यालय से जो भी सहायता मिलने वाली होगी, वह मिलेगी.

वर्ष 2014 में हो गयी थी पति की मौत

ग्रामीणों ने बताया कि उर्मिला कुंवर के पति की मौत 2014 में हो गयी थी. तब से ही वह अपनी वयोवृद्ध सास, ससुर दुखी साह की सेवा करती थी. घर में पशु और दूसरे के घर चौका-बर्तन कर घर की जीविका चलाती थी. कोई औलाद नहीं थी, जबकि दुखी साह के बड़े पुत्र 45 वर्षीय कपिल साह ने अपने माता-पिता से अलग रहकर गांव में ही किराना दुकान की है. वहीं, इस घटना के बाद वयोवृद्ध सास-ससुर रुआंसे गले से कह रहे थे कि अब इस बुढ़ापे की देखरेख करने वाला कोई नहीं रहा. बहू बहुत ही उत्तम संस्कार की विचारवान थी. अब इस बूढ़ा-बूढ़ी का जीवन कैसे पार लगेगा. वहीं, गांव के ग्रामीण भी इस घटना से काफी दुखित एवं आश्चर्य में है.

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