Health News: मार्च का महीना आते ही गर्मी में इजाफा हो गया है. बता दें कि तेज धूप से सभी परेशान है. गर्मी में लोगों को अक्सर डायरिया और दस्त की बीमारी हो जाती है. इसकी सबसे बड़ी वजह फूड प्वॉइजनिंग (food poisoning) है. इसके जिम्मेदार नोरोवायरस (norovirus), रोटावायरस (rotavirus) और एस्ट्रोवायरस (astrovirus) जैसे बैक्टीरिया (bacteria) हैं. इससे बचने के लिए ज्यादा मिर्च- मसाले और जंक फूड (junk food) का उपयोग नहीं करना चाहिए. इसी मौसम में बच्चों को मस्तिष्क ज्वर भी होता है. इससे बचाव के लिए अभिभावकों को ज्यादा सावधानी की जरूरत होती है. गर्मी में खुद को सेहतमंद रखने के लिए साफ-सफाई के साथ खान-पान पर ध्यान रखना बेहद जरूरी है. डॉक्टर बताते हैं कि गर्मी के मौसम में हमें अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए, जिससे हम विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बच सके.
मुजफ्फरपुर के डॉक्टर अरुण साह कहते हैं कि बदलते मौसम में हमें सावधान रहने की जरूरत है. इस मौसम में बच्चों पर विशेष ध्यान देना चाहिए. बच्चों को रोज नहलाएं और उन्हें ताजा भोजन कराएं. वहीं रात में सुलाते समय बच्चों को जरूर खिलाएं और मीठा भोजन दें. नमक-चीनी पानी का घोल दें. बच्चों को भूखा नहीं रहने दें. धूप में नहीं खेलने दें. बाजार की तली-भुनी चीजें और पेड़ से गिरे कच्चे फल नहीं खाने दें. बच्चों पर ध्यान रखेंगे तो वे वायरस की चपेट में नहीं आयेंगे और बहुत सारी बीमारियों से बचे रहेंगे.
सदर अस्पताल के एनसीडी प्रभारी डॉ नवीन कुमार कहते हैं कि गर्मी का असर हमारे कार्डियोवैस्कुलर (cardiovascular) व एंडोक्राइन (endocrine) प्रणाली व तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है. ऐसे में जरा भी असावधानी आसानी से बीमार बना सकती है. किडनी, लीवर, हृदय, डायबिटीज के रोगियों को विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है. हमें साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. गर्मी में लोग बेहद थका-थका महसूस करते हैं. ऐसी स्थिति में शारीरिक और मानसिक सक्रियता बनाये रखने की जरूरत है. कमजोर इम्युनिटी (immunity) और एलर्जी (allergies) वाले लोग किसी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें.