गोपालगंज में आग से झुलसी महिला की मौत, मायके वालों ने लगाया हत्या का आरोप, चिता से अधजले शव उठाकर ले गयी पुलिस
गोपालगंज में आग से झुलसी महिला की गोरखपुर में इलाज के दौरान मौत हो गयी. मौत की खबर मिलते ही परिजन आनन-फानन में शव को जलाने के लिए श्मशान घाट पर लेकर चले गये. जहां से पुलिस ने अधजले शव को चिता से उठाकर ले गयी.
पटना. बिहार के गोपालगंज जिला स्थित नगर थाने के मुकेरी टोले में आग से झुलसी महिला की गोरखपुर में इलाज के दौरान मौत हो गयी. मौत की खबर मिलते ही परिजन आनन-फानन में शव को जलाने के लिए श्मशान घाट पर लेकर चले गये, जहां पुलिस के साथ पहुंचे मायके वालों ने अधजले शव को चिता से उठाकर पोस्टमार्टम कराया. मृत महिला का नाम सिंपी कुमारी है,जिसकी शादी चार साल पहले विजय चौबे के साथ हुई थी. परिजनों का आरोप है कि दहेज में नगदी और चार पहिया वाहन की मांग की जा रही थी. दहेज की डिमांड पूरी नहीं होने पर बीते तीन जनवरी को जला दिया गया था, जिसके बाद उसका इलाज परिजन गोरखपुर में करा रहे थे.
मेडिकल बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम
शनिवार की देर रात में इलाज के दौरान सिंपी की मौत हो गयी. मौत के तुरंत बाद परिजन चोरी-छिपे शव को दाह-संस्कार के लिए श्मसान घाट लेकर चले गए. जब इसकी जानकारी महिला के मायके वालों को हुई तो नगर थाने की पुलिस को सूचना दी. मायकेवाले पुलिस के साथ श्मसान घाट पर पहुंच गए. पुलिस ने चिता पर से अधजले शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. कुचायकोट थाने के बेलवां गांव के रहनेवाले महिला के भाई लक्षणम ओझा ने दहेज के लिए पति और उसके ससुराल वालों पर पहले भी पिटाई कर हाथ तोड़ने का आरोप लगाया है.
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कुचायकोट थाने के बेलवा गांव की रहने वाली थी सिंपी देवी
आरोप है कि आठ माह की एक बेटी होने के बाद भी महिला को प्रताड़ित करने का सिलसिला जारी रहा. फिलहाल घटना के बाद से सभी आरोपित फरार बताये जा रहे हैं. पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही है. पुलिस का कहना है कि आरोपित पति विदेशी में नौकरी करता था. बीते कुछ दिनों से घर आकर रह रहा था. पुलिस मामले में परिजनों के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने में जुटी हुई है.