पटना में ऑटो लिफ्टर गैंग को चलाने वाली महिला गिरफ्तार, जानिए कैसे देती थी घटना को अंजाम
गिरोह का एक मेंबर ऑटो रिक्शा चलाता है और महिलाएं एक-दो सीट खाली छोड़ कर बैठ जाती हैं. जैसे ही कोई पैसेंजर ऑटो में चढ़ता है, वैसे ही उसके पॉकेट या बैग को काट कर सामान निकाल महिलायें वहां से फरार हो जाती हैं.
पटना में ऑटो के अंदर सवारियों के पॉकेट काट कर रुपये निकालना या पर्स काट कर मोबाइल फोन व रकम निकालने वाले गिरोह का खुलासा हो गया है. इस गैंग को एक महिला चला रही थी. पुलिस ने गैंग की सरगना रीता देवी को शहर के चितकोहरा पुल के पास झोंपड़पट्टी से गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से एक टेंपो व 35 हजार रुपये भी बरामद किये गये हैं. हालांकि, इसके अन्य साथी मौके से फरार हो गये.
गैंग में एक दर्जन से अधिक लोग शामिल
गिरफ्तार हुई इस महिला के ग्रुप में एक दर्जन से अधिक लोग शामिल हैं. एक ऑटो रिक्शा चलाता है और महिलाएं एक-दो सीट खाली छोड़ कर बैठ जाती हैं. जैसे ही कोई पैसेंजर ऑटो में चढ़ता है, वैसे ही उसके पॉकेट या बैग को काट कर सामान निकाल कर महिलायें वहां से भाग निकलती हैं. महिला सरगना मूल रूप से वैशाली के गंगा ब्रिज थाने के जेठुई की रहने वाली है, लेकिन उसने अपना ठिकाना चितकोहरा पुल के नीचे स्थित झोंपड़पट्टी में बना रखा था.
पॉकेट काट कर निकाल लिये थे 35 हजार रुपये
औरंगाबाद के दाऊदनगर के नवडीहा निवासी नवीन कुमार सात अप्रैल को अपनी बेटी अपराजिता के साथ पटना आये थे. उन्हें बेटी का एडमिशन कोचिंग में कराना था और इसके लिए उन्होंने 35 हजार रुपये पॉकेट में रखे थे. उन लोगों ने फ्रेजर रोड जाने के लिए टेंपो पकड़ा. इस दौरान ही इस गैंग के शिकार बन गये और उनके पॉकेट में रहे 35 हजार रुपये को उन लोगों ने निकाल लिया. इसके बाद उन्होंने आपस में विवाद कर दिया. जिसके बाद टेंपो चालक ने सभी को उतार दिया और अपने टेंपो को लेकर वहां से फरार हो गया. कुछ देर बाद नवीन कुमार को जानकारी मिली कि उनके पैसे गायब हैं. इसके बाद उन्होंने कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
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