नवादा में 4 साल से फर्जी डिग्री पर नौकरी कर रही महिला टीचर गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

नवादा में फर्जी डिग्री पर चार साल से नौकरी कर रही महिला शिक्षिका को रोह थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह मामला नवादा के उग्रवाद प्रभावित रोह प्रखंड का है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2022 3:12 PM

बिहार के नवादा जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. फर्जी डिग्री पर चार साल से नौकरी कर रही महिला शिक्षिका को रोह थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह मामला नवादा के उग्रवाद प्रभावित रोह प्रखंड का है. शिक्षिका को गिरफ्तार करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. शिक्षिका की गिरफ्तारी बिहारशरीफ रामचंद्रपुर बस स्टैंड से की गई है. बताया जा रहा है कि शिक्षिका वर्ष 2018 से कार्यरत है.

फर्जी डिग्री पर नौकरी करने का आरोप

जानकारी के अनुसार रूपौ थाना क्षेत्र के सादिकपुर गांव के एक प्राथमिक विद्यालय में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने के मामले में शिक्षिका को गिरफ्तार किया गया है. महिला के अनुसार उसने वर्ष 2013 जॉइन किया था. जांच में पाया गया कि महिला ने फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी प्राप्त की थी. जांच के दौरान उसके सभी प्रमाण पत्र फर्जी निकले हैं. शिक्षिका के खिलाफ तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने रोह थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. शिक्षिका की पहचान नालंदा नूरसराय थाना क्षेत्र अंतर्गत परमानंद बीघा निवासी श्रवण पासवान की पत्नी उषा देवी के रूप में हुई है.

68 शिक्षकों के प्रमाण पत्र पाए गए थे फर्जी

बतादें कि तृतीय व चतुर्थ चरण के तहत शिक्षक पात्रता परीक्षा में एक ही उतीर्णता प्रमाण पत्र के आधार पर भिन्न भिन्न स्कूलों में पदस्थापित शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच कराई गई थी. जिसमें जिले के विभिन्न प्रखंडों में 68 शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए. जिसके बादा जिलाधिकारी ने फर्जी प्रमाण पत्रों पर बहाल शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया था. इधर आरोपी शिक्षिका का कहना है कि उन्हें यह पता नहीं है कि किस स्कूल में कौन टीचर बहाल थी. पुलिस उस महिला को गिरफ्तार करें, जो उनके नाम पर बहाल हुई. करवाई के बाद फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल होने वाले शिक्षकों में खलबली मच गई है.

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