मॉर्निंग वॉक के लिए जा रही महिला ट्रैफिक सिपाही की स्कॉर्पियो के धक्के से हुई मौत, दो माह पहले हुई थी शादी
स्कॉर्पियो की टक्कर से महिला ट्रैफिक सिपाही प्रियंका गंभीर रूप से जख्मी हो गयी, जिसे लोगों ने उदयन हॉस्पिटल में भर्ती कराया. वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
पटना. एसकेपुरी थाना क्षेत्र के बांकीपुर-दीघा रोड पर सोमवार की सुबह 5:15 बजे स्कूटी से जा रही एक महिला ट्रैफिक सिपाही को तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने रौंद दिया. स्कॉर्पियो की टक्कर से महिला ट्रैफिक सिपाही प्रियंका गंभीर रूप से जख्मी हो गयी, जिसे लोगों ने उदयन हॉस्पिटल में भर्ती कराया. वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
24 वर्षीया प्रियंका पूर्णिया के गड़बरैली की रहने वाली थी. 2018 में ट्रैफिक पुलिस में भर्ती हुई थी. वर्तमान में वह राजापुर पुल के पास किराये के मकान में रहती थी. पिछले कुछ समय से उसकी तैनाती कारगिल चौक स्थित ट्रैफिक पोस्ट पर थी. ससुराल वाले प्रियंका के शव को वैशाली अपने गांव लेकर चले गये, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया.
घटना की जानकारी प्रियंका की सहेली सोनी ने परिजनों को दी. उसके पति को करीब दो घंटे तक इस बात की सूचना नहीं दी गयी थी, बस यह बताया गया कि उसे चोट आयी है और अस्पताल में इलाज चल रहा है. दरअसल, राजापुर पुल के निकट सड़क थोड़ी घुमावदार है. महिला सिपाही ब्लू रंग की स्कूटी पर सवार थी. उसने हेलमेट नहीं पहन रखा था.
गांधी मैदान ट्रैफिक थाने के एसएचओ अशोक कुमार ने बताया कि वह मॉर्निंग वॉक के लिए राजापुर पुल से गांधी मैदान जा रही थी. इसी दौरान राजापुर पुल के गेट नंबर 24 के पास पीछे से तेज गति से आ रही एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो ने उसे धक्का मार दिया. स्थानीय लोगों ने बताया कि धक्के के कारण स्कूटी का हैंडल गाड़ी के आगे बोनेट में फंस गया था, जिसके कारण स्कार्पियो के साथ प्रियंका की स्कूटी कुछ दूर घसीटाती रही.
स्कूटी बायीं ओर और महिला सिपाही दाहिने ओर गिरी. डॉक्टरों द्वारा यह अनुमान लगाया गया कि सिर में चोट लगने और संभवत: ब्रेन हैमरेज से महिला सिपाही की मौत हुई. अगर प्रियंका ने हेलमेट पहना होता तो उसकी जान बच सकती थी.
दो महीने पहले ही हुई थी शादी
परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका की शादी इसी साल सात जुलाई को हुई थी. वैशाली जिले के महुआ अनुमंडल के राजापाकर स्थित नारायणपुर के इंजीनियर स्नेहम सागर से हुई थी. प्रियंका के पिता श्याम नारायण सिंह किसान हैं. इकलौता भाई राजकिशोर पूर्णिया में एचडीएफसी बैंक में कार्यरत है. वहीं प्रियंका तीन बहनों में मंझली थी.
पुलिस लाइन में दी गयी सलामी
पोस्टमार्टम के बाद ट्रैफिक महिला सिपाही के पार्थिव शरीर को पुलिस लाइन लाया गया. जहां उसे सलामी देकर नम आंखों से श्रद्धांजलि दी गयी. इस दौरान मौके पर ट्रैफिक एसपी अमरकेश डी, सिटी एसपी सेंट्रल अंबरीष राहुल समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
Posted by Ashish Jha