बिहार के वन स्टाप सेंटर में तैनात महिला कर्मियों की बढ़ी परेशानी, हेल्पलाइन नंबर पर 73,113 कॉल में 54,416 फाल्स
समाज कल्याण विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021-22 में 5213 मामलों का निबंधन किया गया, जिसमें से 4280 केस का निबटारा हो गया है. वहीं, हेल्पलाइन में 2022 अप्रैल से फरवरी 2023 के आंकड़ों को देखे, तो 11 माह में कुल 73113 कॉल आया है.
प्रह्लाद कुमार, पटना. बिहार के सात जिलों में वन स्टाप सेंटर की स्थापना की गयी है, ताकि हिंसा से पीड़ित महिलाओं और किशोरियों को एक ही छत के नीचे परामर्श, विधिक, पुलिस व स्वास्थ्य संबंधित सहायता मिल सके. इसी योजना के तहत हर जिले में वन स्टॉप सेंटर की स्थापना की गयी है. यहां अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 तक 73,113 कॉल आये, जिनमें लगभग 54,416 कॉल फॉल्स निकले हैं. वहीं, इसमें सबसे अधिक ब्लैंक कॉल की संख्या है. इस कारण हेल्पलाइन में तैनात महिला कर्मियों की परेशानी बढ़ रही है.
ऐसे आते हैं कॉल
अधिकारियों के मुताबिक हेल्प लाइन नंबर पर ब्लैंक कॉल, ड्राॅप कॉल, इंसफिसिएंट कॉल और गलत कॉल यानी कॉल करने के बाद जब उस घटना की जानकारी के लिए टीम जाती है, तो मालूम होता है कि कॉल गलत था. इस कारण हेल्पलाइन में कॉल आने के बाद उसकी पुष्टि में अधिक समय जाता है.
438 मामलों का हुआ निबटारा
समाज कल्याण विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021-22 में 5213 मामलों का निबंधन किया गया, जिसमें से 4280 केस का निबटारा हो गया है. वहीं, हेल्पलाइन में 2022 अप्रैल से फरवरी 2023 के आंकड़ों को देखे, तो 11 माह में कुल 73113 कॉल आया है. जिसमें से मात्र 2217 कॉल रजिस्टर करने लायक था और 438 मामलों का निबटारा अभी तक कर दिया गया है. बाकी का निबटारा भी जल्द होगा.
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इस तरह के मामलों का हो रहा है निबटारा
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बाल विवाह : 64
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घरेलू हिंसा : 997
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दहेज के लिए हिंसा : 339
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हयूमन ट्रैफिकिंग : 7
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मानसिक प्रताड़ना : 405
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शारीरिक हिंसा : 184
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यौन शोषण : 58
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अन्य : 163 , यह सभी कॉल 181 पर पिछले एक वर्ष में आया है.