बिहार के 4 विश्वविद्यालयों में पुरुषों से आगे महिला शोधार्थी, लॉ में लड़कों से ज्यादा बेटियां कर रही पीएचडी
प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थाओं में अनुसंधान को बढ़ावा देने सीएम फेलोशिप योजना भी लायी जा रही है. इसके लिए शोध में लगे शिक्षकों को भी फेलोशिप योजना लाने पर विचार किया जा रहा है. इसके परिणाम बहुत जल्दी देखने को मिलेंगे.
राजदेव पांडेय,पटना. बिहार के उच्च शिक्षण संस्थाओं में शोध के क्षेत्र में लड़कियां लड़कों से जबरदस्त प्रतिस्पर्धा कर रही हैं. एआइएसएचइ वर्ष 2021-22 की रिपोर्ट के मुताबिक कानून में पीएचडी करने में महिला शोधार्थी पुरुषों से आगे निकल गयी हैं. उदाहरण के लिए चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में वर्ष 2021-22 में कुल 52 विद्यार्थियों ने पीएचडी की. इनमें पुरुष शोधार्थियों की संख्या 20 और महिला शोधार्थियों की संख्या 32 है. कृषि और मैनेजमेंट कोर्स से जुड़े शोध क्षेत्र में पुरुषों से कड़ी प्रतिस्पर्धा करती दिख रही हैं.
लॉ में लड़कों से ज्यादा बेटियां कर रही पीएचडी
रिपोर्ट के मुताबिक बिहार एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय और डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालयों में कुल मिला कर 88 शोधार्थियों ने पीएचडी की. इनमें पुरुष शोधार्थियों की संख्या 44 और महिला शोधार्थी की संख्या कुछ ही कम 40 रही. आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय जैसे विशेष विषयों में कुल 13 में से आठ पीएचडी लड़कियों ने की. पूर्णिया विश्वविद्यालय में महिला पीएचडी धारियों की संख्या पुरुष शोधार्थियों से अधिक रही. बीएन मंडल ,पटना विश्वविद्यालय और मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में महिला शोधार्थियों ने पुरुषों की लगभग बराबरी की प्रतिस्पर्धा की है. फिलहाल वर्ष 2021-22 में बिहार में कुल पीएचडी धारकों शोधार्थियों की संख्या 5508 रही. इनमें से 3681 पुरुष शोधार्थी और 1827 महिला शोधार्थियों की संख्या है.
विश्वविद्यालय वार पीएचडी धारियों की संख्या
इन शिक्षण संस्थाओं में आगे रहीं लड़कियां
-
विश्वविद्यालय का नाम- पीएचडी पुरुष – महिला
-
आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय- 5-8
-
बिहार एग्रीकल्चर विवि- 32-34
-
चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी- 20-32
-
पूर्णिया विश्वविद्यालय- 17-32
यहां रही जबरदस्त प्रतिस्पर्धा
-
विश्वविद्यालय का नाम- पीएचडी पुरुष – महिला
-
भूपेंद्र नारायण मंडल विवि – 177-156
-
पटना विश्वविद्यालय- 175-159
-
डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि – 12-6
-
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी भागलपुर- 2-1
-
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट बोधगया- 6-5
यहां अभी फासला अधिक है
-
विश्वविद्यालय का नाम- पीएचडी पुरुष – महिला
-
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार- 286-190
-
डॉ सीवी रमन विवि – 33-12
-
आइआइटी पटना- 505- 158
-
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि- 53-7
-
ललित नारायण मिथिला विवि दरभंगा- 536-92
-
मगध विश्वविद्यालय- 583-287
-
महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी मोतिहारी- 36-24
-
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी,पटना-195-47
-
नव नालंदा महाविहार नालंदा-48-27
-
पाटलिपुत्र विवि पटना- 370-208
-
बिहार एनिमल साइंस विवि- 10-3
-
टीएम भागलपुर विवि- 293-204
-
वीर कुंवर सिंह विवि -287-135
Also Read: बिहार में 152 उद्योग लगाने के लिए कंपनियों ने दिया प्रस्ताव, लेकिन सिर्फ 17 को मिली मंजूरी
अनुसंधान को बढ़ावा देने सीएम फेलोशिप योजना भी लायी जा रही
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि निश्चित रूप से बेटियां खूब मेहनत कर रही हैं. प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थाओं में अनुसंधान को बढ़ावा देने सीएम फेलोशिप योजना भी लायी जा रही है. इसके लिए शोध में लगे शिक्षकों को भी फेलोशिप योजना लाने पर विचार किया जा रहा है. इसके परिणाम बहुत जल्दी देखने को मिलेंगे.