बिहार में इन सात NH पर हो रहा काम, अगले साल से पटना आना-जाना हो जायेगा आसान
इससे पटना सहित राज्य के अन्य हिस्सों में आम लोगों के लिए आवागमन सुगम हो सकेगा. जाम से भी छुटकारा मिलेगा और राज्य के सुदूर इलाके से पटना पांच घंटे के अंदर पहुंचना संभव होगा.
बिहार में सात मुख्य एनएच पर काम हो रहा है. इससे पटना सहित राज्य के अन्य हिस्सों में आम लोगों के लिए आवागमन सुगम हो सकेगा. जाम से छुटकारा मिलेगा और राज्य के सुदूर इलाके से पटना पांच घंटे के अंदर पहुंचना संभव होगा. यह सीएम नीतीश का सपना भी है .
साथ ही राज्य की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक उन्नति होगी. इन सात एनएच के अलावा करीब 50 किमी की लंबाई में करीब 574 करोड़ रुपये से पटना-बख्तियारपुर फोरलेन का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है.
इसकी समय सीमा दिसंबर, 2020 थी. केवल कुछ जगहों पर पीचिंग का काम बचा, जिसे किया जा रहा है. यह एनएच-30 का हिस्सा है.
एनएचएआइ के सूत्रों का कहना है कि सभी सात मुख्य एनएच परियोजनाओं का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इनमें शामिल एनएच-31 पर बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन सड़क का काम करीब 44 किमी की लंबाई में करीब 637 करोड़ रुपये से दिसंबर, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
इसके निर्माण में कुछ समस्याएं थीं, जिन्हें सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, एनएच-31 पर ही सिमरिया-खगड़िया फोरलेन सड़क का काम करीब 60 किमी की लंबाई में करीब 567 करोड़ रुपये से जून, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
इन फोरलेन के बनने से पटना से खगड़िया तक आने-जाने के लिए बेहतर सड़क उपलब्ध हो सकेगी.
इसके साथ ही एनएच-107 पर पेव्ड शोल्डर सहित दो लेन महेशखूंट-सहरसा-पूर्णिया पैकेज-एक और दो का निर्माण कुल करीब 178 किमी की लंबाई में करीब 1380 करोड़ रुपये से अक्तूबर, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
इससे सीधे तौर पर भागलपुर, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया जिलों के लोगों को लाभ होगा.
जमीन अधिग्रहण की समस्या
एनएच-82 पर पेव्ड शोल्डर सहित दो लेन बिहारशरीफ-बरबीघा-मोकामा सड़क को करीब 54 किमी की लंबाई में करीब 297 करोड़ रुपये से दिसंबर, 2020 तक तैयार करने का लक्ष्य था, लेकिन इसका निर्माण समय पर पूरा नहीं हो सका.
इसमें जमीन अधिग्रहण की समस्या के कारण विलंब हो गया है. वहीं, एनएच-77 पेव्ड शोल्डर सहित दो लेन 82 किमी लंबी मुजफ्फरपुर-सोनवर्षा सड़क को 512 करोड़ रुपये से दिसंबर, 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य था. इसके निर्माण में भी जमीन अधिग्रहण के कारण विलंब है.
अगले साल पूरा करने का लक्ष्य
एनएच-527सी पेव्ड शोल्डर सहित मझौली-चरौत सड़क को करीब 63 किमी की लंबाई में 537 करोड़ रुपये से नवंबर, 2021 तक तैयार करने का लक्ष्य है. एनएच-57ए पर फारबिसगंज-
जोगबनी फोरलेन सड़क का निर्माण करीब नौ किमी की लंबाई में करीब 247 करोड़ रुपये से मार्च , 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
Posted by Ashish Jha