अनिकेत त्रिवेदी/ पटना. बिहारियों की पहली पसंद गाय का दूध है. राज्य के कुल दूध उत्पादन 11501.58 हजार टन में 62.6 फीसदी उत्पादन गाय का दूध ही है, जबकि भैंस के दूध की उत्पादन में भागेदारी 35.3 फीसदी और बकरी के दूध की भागेदारी मात्र 2.2 फीसदी है. खास बात यह है कि बिहार के लोगों का गाय के दूध के प्रति रूझान बढ़ा है. आंकड़े बताते हैं कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल दूध उत्पादन में गाय के दूध की मात्रा 58.2 फीसदी थी, जो एक साल बाद 4.4 फीसदी बढ़ गयी.
उत्पादन के लिहाज से देखा जाये तो राज्य में सबसे अधिक पटना जिले में 595.74 हजार टन दूध का उत्पादन होता है, जो राज्य के कुल उत्पादन का 5.2 फीसदी है. वहीं, राज्य में सबसे कम शिवहर में 53.88 हजार टन दूध का उत्पादन हो रहा है. जिसकी राज्य के कुल उत्पादन में भागीदारी मात्र 0.5 फीसदी है. दूसरी तरफ, बिहार में दूध कारोबार की सबसे बड़ी संस्था काॅम्फेड है. इसकी डेयरी को-ऑपरेटिव सोसाइटी की संख्या वर्तमान में करीब 24 हजार है. इनमें 13 लाख के लगभग पशुपालक सदस्य हैं. इसमें करीब 16 लाख लीटर दूध को पाउच में पैक कर प्रतिदिन उसकी बिक्री की जा रही है.
Also Read: बिहार की अर्थव्यवस्था में जान फूंकेगा मक्का, किसानों की जेब में इथेनॉल से प्रति वर्ष आएंगे ढाई हजार करोड़बिहार की राजधानी पटना दूध उत्पादन में सबसे आगे है. वहीं, दूसरे नंबर समस्तीपुर जिला है. तीसरे नंबर पर बेगूसराय और चौथे नंबर पर भागलपुर है. गया जिला पांचवे नंबर पर है. वहीं, शिवहर जिले में सबसे कम दूध का उत्पादन होता है. बिहार में आकड़ों पर नजर डाला जाये तो दूध का उत्पादन बढ़ा है. राज्य के कुल दूध उत्पादन 11501.58 हजार टन में से 62.6 फीसदी उत्पादन गाय का दूध का है.