विश्व का सबसे ऊंचा व बड़ा रामायण मंदिर 2025 तक बनकर होगा तैयार, महावीर मंदिर ट्रस्ट करा रहा निर्माण

आचार्य कुणाल किशोर ने कहा कि अब सारी बाधाएं दूर हो गयी हैं. मंदिर का निर्माण शुरू हो गया. इसे निर्धारित अवधि में पूरा कर लिया जायेगा. यह मंदिर दुनिया का सबसे ऊंचा, बड़ा व चौड़ा होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | June 21, 2023 3:14 AM

सचिदानंद सत्यार्थी/अमरेश वर्मा, कैथवलिया. पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर कैथवलिया में विश्व का सबसे बड़ा विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य रविवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हो गया. 120 एकड़ में प्रस्तावित मंदिर का निर्माण 2025 तक पूरा होगा. पहले चरण में तीन हजार पाइलिंग (फाउंडेशन वर्क) नवंबर 2023 तक पूरा कर लिया जायेगा. आचार्य कुणाल किशोर ने कार्य स्थल पर पूजा-अचर्ना कर मंदिर का निर्माण कार्य शुरू करवाया. इसके साथ ही मंदिर के निर्माण को लेकर लोगों के बीच संशय भी समाप्त हो गया.

2012 में हुआ था भूमि पूजन

मंदिर का भूमि पूजन 2012 में हुआ था. तब से कई बाधाएं आयीं. आचार्य कुणाल किशोर ने कहा कि अब सारी बाधाएं दूर हो गयी हैं. मंदिर का निर्माण शुरू हो गया. इसे निर्धारित अवधि में पूरा कर लिया जायेगा. यह मंदिर दुनिया का सबसे ऊंचा, बड़ा व चौड़ा होगा. मंदिर में 210 एमटी का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित किया जायेगा. शिवलिंग की ऊंचाई 33 फुट होगी. उसे 156 पहिये वाले ट्रक से महाबलीपूरम से यहां लाकर स्थापित किया जायेगा. शिवलिंग की स्थापना के बाद शिखर सजावट का कार्य पूरा किया जायेगा.

तीन मंजिला होगा मंदिर

आचार्य कुणाल किशोर ने कहा कि मंदिर तीन मंजिल का होगा, जिसमें भक्तों को रामायण काल के सभी पात्रों के दर्शन होंगे. कार्यक्रम स्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ के साथ भूमिदाता भी मौजूद थे. सभी के चेहरे भविष्य में क्षेत्र के विकास को लेकर खिले हुए थे. रामायण मंदिर अयोध्या वाया कैथवलिया, सीतामढ़ी, जनकपुर, नेपाल प्रस्तावित फोरलेन के किनारे बन रहा है.

कार्य एजेंसी ने मंदिर निर्माण के लिए दिये 11 लाख

रामायण मंदिर का निर्माण करने वाली दिल्ली की सनटच इंफ्रा सॉल्यूशन कंपनी के मालिक प्रवीण कुमार गुप्ता ने 11 लाख रुपये सहयोग राशि देने की घोषणा की. इस राशि को मंदिर के खाते में डालने की सलाह दी गयी. प्रवीण गुप्ता ने कहा कि यह पहला काम है, जिसमें निर्माण सामग्री समिति देगी, जबकि निर्माण एजेंसी को काम समाप्ति के 15वें दिन तय राशि का भुगतान किया जायेगा.

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आचार्य कुणाल किशोर से मंदिर निर्माण पर बातचीत के अंश

  • प्रश्न- 2012 से मंदिर निर्माण को लेकर संशय था?

  • उत्तर- कुछ विघ्न बाधाएं आयी थीं, जो दूर हो चुकी हैं. कार्य आरंभ शुभ मुहूर्त में हुआ है.

  • प्रश्न- जमीन कहां से और कैसे मिली?

  • उत्तर- कुछ भू-दाताओं ने जमीन दान की है. इनमें अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी हैं, कार्यस्थल पर उनकी उपस्थिति उत्साहवर्धक है.

  • प्रश्न- पिछड़े इलाके में मंदिर निर्माण की योजना कैसे बनी?

  • उत्तर- योजना किसी ने नहीं बनायी. हनुमान जी की कृपा से भ्रमण के क्रम में मंदिर निर्माण के लिए जमीन उपयुक्त लगी.

  • प्रश्न- मंदिर कब तक बन कर तैयार होगा?

  • उत्तर- नवंबर 2023 तक फाउंडेशन कार्य पूरा होगा. 2025 तक मंदिर बनकर तैयार हो जायेगा. इसके बाद शिखर का निर्माण होगा.

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