बिहार में गाड़ियों पर पुलिस और प्रेस का नेम प्लेट लगाकर होता है गलत काम, DGP ने दिए जांच के आदेश
Bihar News: बिहार में गाड़ियों पर 'पुलिस' या 'प्रेस' जैसी विशेष पहचान लगाकर लोग असामाजिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं. इसपर शिकंजा कसने के लिए DGP ने राज्य के सभी पुलिस अधिकारियों को जांच के आदेश दिए हैं.
Bihar News: बिहार पुलिस अब फिजिकली अनफिट और नाकाम पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई के मूड में है. राज्य के डीजीपी विनय कुमार ने बुधवार को स्पष्ट कर दिया कि जो पुलिसकर्मी ड्यूटी निभाने में अक्षम पाए जाएंगे, उन्हें अनिवार्य रिटायरमेंट देकर पेंशन प्रदान की जाएगी. साथ ही, गाड़ियों पर ‘पुलिस’ या ‘प्रेस’ जैसी विशेष पहचान लगाकर असामाजिक गतिविधियों में लिप्त लोगों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है. DGP ने सभी पुलिस पदाधिकारों को जांच के आदेश दिए हैं.
फिटनेस रिव्यू के बाद होगी छंटनी
डीजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों के कामकाज की समीक्षा की जाएगी. जो 50 साल से अधिक उम्र के हैं और ड्यूटी के लिए फिट नहीं हैं, उन्हें सेवा से हटाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. इसके लिए बिहार पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसएसपी, एसपी और रेल पुलिस इकाइयों के अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया है.
सिपाही से डीएसपी तक की बनेगी लिस्ट
इस कार्रवाई के तहत न केवल सिपाही बल्कि डीएसपी रैंक तक के अफसरों की भी जांच होगी. गंभीर बीमारियों से जूझ रहे और काम के लायक नहीं रह गए पुलिसकर्मियों की सूची तैयार की जा रही है. यदि वे सेवा देने में अक्षम पाए गए तो उन्हें 31 मार्च तक सेवानिवृत्त किया जा सकता है.
फर्जी ‘पुलिस’ और ‘प्रेस’ लिखी गाड़ियों पर होगी सख्ती
डीजीपी ने यह भी कहा कि कई लोग गाड़ियों पर “पुलिस” या “प्रेस” लिखवाकर अवैध धंधों को अंजाम दे रहे हैं. जिनमें ड्रग्स और शराब की तस्करी भी शामिल है. ऐसे वाहनों की अब सघन जांच होगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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पुलिसिंग को मजबूत करने की कवायद
बिहार में अपराध और अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस विभाग लगातार सुधारों की दिशा में आगे बढ़ रहा है. डीजीपी ने स्पष्ट किया कि अब केवल फिट और कर्मठ पुलिसकर्मियों को ही सेवा में बनाए रखा जाएगा, ताकि कानून-व्यवस्था को और मजबूत किया जा सके.