नोएडा से पटना पहुंचा यशस्वी का पार्थिव शरीर, अब तक केस दर्ज नहीं,परिजनों ने दिल्ली पुलिस पर लगाया ये आरोप
पटना के यशस्वी की दिल्ली में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है. इस घटना को लेकर परिजनों ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है.
पटना. दिल्ली के ग्रेटर नोएडा स्थित एक निजी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र यशस्वी राज की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा है. सोमवार की सुबह दिल्ली से पोस्टमार्टम के बाद छात्र का शव खगौल स्थित आर्य नगर पैतृक आवास लाया गया. छात्र का अंतिम संस्कार दीघा घाट पर किया गया.
‘दिल्ली पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की है’
परिजनों ने बताया कि अब तक दिल्ली पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की है. परिवार के लोगों ने जिन छात्रों पर आरोप लगाया, उससे पूछताछ करने के बजाय उसे छोड़ दिया गया है. परिवार अब जल्द ही दिल्ली पुलिस के वरीय पुलिस अधिकारियों से मिलेगा और न्याय की गुहार लगायेगा. मालूम हो कि 12 अक्तूबर की शाम दोस्तों के साथ गया था, जिसके बाद वह नहीं लौटा. परिजनों ने खोजबीन करने के बाद ग्रेटर नोएडा के दनकौर थाने में गुमशुदा की रिपोर्ट दर्ज करायी. गुमशुदा के चार दिन बाद ही यशस्वी का शव एक नाले में पड़ा मिला.
परिजनों ने दिल्ली पुलिस पर लगाया लापरवाही आरोप
परिजनों ने दिल्ली पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है. आ जाओ जल्दी कुछ गड़बड़ होने वाला है आज… : परिवार वालों को यह मामला उस वक्त और संदिग्ध लगा जब एक दोस्त के मोबाइल का वाट्सएप चैट देखा. उस चैट में एक शख्स ने दूसरे शख्स को पार्टी में किये गये इंतजाम की तस्वीर भेजी. इसके बाद लिखा कि आ जाओ जल्दी, कुछ गड़बड़ होने वाला है आज… अब पीकर बात करेंगे बाय…
युवक को मैसेज कर कुछ गड़बड़ होने की बात कही थी
परिवार वालों का आरोप है कि यह शख्स यशस्वी के साथ 12 अक्तूबर को मौजूद था. उस पार्टी में और भी कई लोग थे और संदिग्ध शख्स ने दूसरे युवक को मैसेज कर कुछ गड़बड़ होने की बात कही थी. इसके बाद उस पार्टी में शामिल सभी दोस्त लौट गये, लेकिन यशस्वी नहीं लौटा. सवाल यह उठता है कि जब सभी दोस्त एक साथ थे तो केवल यशस्वी राज नाले के पास कैसे पहुंचा. सभी साथ आये, तो सभी साथ गये क्यों नहीं?