बेगूसराय. वर्ष 2022 का सफर आखिरी पड़ाव में है. तेघड़ा अनुमंडल में वर्ष 2022 सीरियल गोलीकांड, बैंक डकैती, हत्या व अपहरण की घटनाओं के कारण सुर्खियों में रहा है. साल के अंतिम महीने में तेघड़ा पुरानी बाजार में जहरीली केमिकल पीने से दो चचेरा भाइयों की मौत तथा नोनपुर गांव में वर्षों बाद नक्सली गतिविधियों में शामिल संदिग्ध लोगों द्वारा रात के अंधेरे में हथियार के बल पर नवनिर्मित दीवारों को तोड़ कर क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं से भी लोगों में दहशत बनी रही. सीरियल गोलीकांड की घटना में 12 निर्दोष लोगों के घायल होने की खबर से चर्चा में आया बेगूसराय बेगूसराय की एन एच 28 और 31 पर विगत 13 सितंबर को दिनदहाड़े बछवाड़ा से चकिया ओपी तक गोलियों की ठांय-ठांय की आवाज से बेगूसराय जिला दहल गया था.
धोखाधड़ी कर जमीन की हेराफेरी करने के आरोप में तत्कालीन सीओ परमजीत सिरमौर,राजस्व कर्मचारी दीपक कुमार सहित 12 लोगों पर 20 मई को तेघड़ा थाना में केस अंकित की गयी. वहीं लाखों रूपये गबन के आरोप में सीओ परमजीत सिरमौर को निलंबित कर दिया था.
आधारपुर पंचायत में 8 जुलाई को रात में बदमाशों ने घर से बुलाकर किरण देवी के इकलौते पुत्र रजनीश कुमार का अपहरण कर एसिड(तेजाब) से नहला कर उसकी हत्या कर शव को हसनपुर गांव में सड़क किनारे स्थित झाड़ी में फेंक दिया. वहीं तेघड़ा में एन एच 28 पर स्थित पंजाब नेशनल बैंक में 12 जुलाई को 12 लाख, 21 हजार, पांच सौ दस रुपये लूट कर हाथों में पिस्टल लहराते हुए फ़रार हो गया.
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पिढ़ौली दियारा में गेहूं की कटनी करने के दौरान हथियार के बल पर आधा दर्जन से अधिक शातिर अपराधियों ने 13 अप्रैल को राम शोभित राय के दो बेटों निकेश राय और छोटू राय का अपहरण कर लिया. घटना के कुछ देर बाद ही बदमाशों ने अपहृत छोटू राय को छोड़ दिया तथा दूसरे भाई निकेश राय की निर्मम हत्या कर शव को गंगा नदी में फेंक दिया.