Year Ender 2022: बिहार में स्मार्ट पुलिसिंग पर रहा जोर, कैमरा लगाने और 112 इमरजेंसी डायल की सुविधा शुरू
2022 के बीतने में कुछ दिन का ही समय बचा है. बीते साल में पटना शहर में कई बदलाव हुए. कई सुविधाएं बढ़ीं, पर बहुत काम पूरा नहीं हो पाया. नये साल में शहर के लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलने की उम्मीद है. पढ़िए इस वर्ष बिहार पुलिस की कार्यशैली में कैसे बदलाव आया.
बिहार पुलिस अब तकनीकी रूप से स्मार्ट हो रही है. इस साल कई सुविधाओं के शुरू होने से पुलिस की कार्यशैली में काफी बदलाव आया है, यूं कहें कि अब बिहार पुलिस स्मार्ट वर्किंग पर ज्यादा फोकस कर रही है. साल 2022 में डायल 112, स्मार्ट सिटी के तहत सभी थाना क्षेत्रों में कैमरे लगाने की शुरुआत, ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए स्मार्ट सिटी के तहत ट्रैफिक कैमरा लगाने की प्रक्रिया की गयी है. दस हजार से अधिक जवानों को भी शामिल किया गया. बिहार पुलिस को स्मार्ट बनाने में इनका बड़ा योगदान है.
6 जुलाई को डायल 112 सुविधा का सीएम ने किया था शुभारंभ
सभी इमरजेंसी सेवा जैसे-अग्निशमन, एंबुलेंस व पुलिस के लिए 6 जुलाई को बिहार में डायल 112 नंबर की शुरुआत की गयी. बेली रोड स्थित वायरलेस भवन में इसका कार्यालय है, जिसका उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार ने किया था. डायल 112 के शुरू होने से पुलिस को किसी भी घटना की जानकारी तुरंत हो जा रही है. देश के किसी भी कोने से लोग इस नंबर पर कॉल कर अपने थाना क्षेत्र की घटना को संबंधित थाना में सूचना दे सकते हैं. बिहार में डायल 112 के 400 वाहन हैं. पटना जिले में 100 वाहन दिये गये हैं. वाहनों की संख्या को बढ़ा कर 1200 किया जायेगा.
थाना क्षेत्रों में कैमरे लगानी की प्रक्रिया हुई शुरू
स्मार्ट सिटी के तहत स्मार्ट थाना बनाने के लिए थाना क्षेत्रों में कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी. थानाध्यक्षों ने संवेदनशील इलाकों को चिह्नित किया है, वहां कैमरे लगाये जा रहे हैं. इन सभी सीसीटीवी की मॉनीटरिंग थाने से की जायेगी. सीसीटीवी लगने के बाद अपराधियों पर नकेल कसना और किसी भी घटना का अनुसंधान करना काफी हद तक सरल हो जायेगा.
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पुलिसकर्मियों की बढ़ी संख्या
इस साल बिहार पुलिस के बेड़े में 10 हजार से अधिक पुलिस जवान शामिल किये गये हैं, जिनमें भारी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों की बहाली हुई है. कुछ दिन पहले ही गांधी मैदान में मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री ने बहाल हुए पुलिसकर्मियों के बीच प्रशस्तिपत्र बांटा. बहाल हुए पुलिसकर्मियों की वजह से बिहार पुलिस की स्ट्रेंथ और बढ़ गयी है.