Nawada : फतेहपुर से गोविंदपुर तक बनाये जा रहे निर्माणधीन एसएच-103 में पड़ने वाले रैयतों की बैठक बुधवार को बलिया बुजुर्ग स्थित चिश्ती पेट्रोल पंप पर हुई. बैठक में बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन पटना मुख्यालय के भू-अर्जन परामर्शी मिथिलेश कुमार, डीजीएम संजीत कुमार मौजूद रहे. बैठक में मौजा फतेहपुर, रजहत, गुरुचक व पचरुखी के रैयतों ने भाग लिया.
मुआवजे के लिए करें ये काम
बैठक में भू-अर्जन परामर्शी मिथिलेश कुमार ने रैयतों को जानकारी देते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व सामाचार पत्रों में एसएच-103 में अधिग्रहण किये जाने वाले रैयतों की जमीनों का प्रकाशन करवाया गया है. इसमें छूटे हुए रैयत अपने आवेदन संबंधित विभाग में देकर अपनी आपत्ति दर्ज करवा लें. इससे सभी को समय पर मुआवजा मिल सके.
रैयतों को गुमराह कर रही कंपनी
उन्होंने बताया कि अकबरपुर से फतेहपुर तक लगभग तीन किलोमीटर की सड़क का निर्माण अधूरा है. क्योंकि इन तीन किलोमीटर सड़क में रैयतों ने निर्माण कार्य पर रोक लगा दी हैं. अनिरुद्ध तिवारी, संजय सिंह, मो प्यारे, अजीत प्रसाद आदि रैयतों ने बताया कि सड़क निर्माण कंपनी द्वारा रैयतों को गुमराह किया जा रहा है. और बैगर मुआवजा के ही उनकी रैयती जमीन में सड़क बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
बिना मुआवजे सड़क बनाना चाहती हैं कंपनी
इससे सड़क किनारे पड़ने वाले रैयतों में आक्रोश व्याप्त है. चूंकि मार्च के पूर्व सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण करना है. ऐसे में सड़क निर्माण कंपनी बिना मुआवजे के ही सड़क बनाना चाहती हैं. सड़क निर्माण कंपनी के खिलाफ लोगों में आक्रोश है. इस बार जमीन के अंदर पानी का पाइप लाइन डालना के नाम पर लोगों को बहला फुसलाया जा रहा है. इस पर रैयतों ने बिना मुआवजा के काम नहीं लगाने की बात कही. उन्होंने यह भी कहा कि अगर सड़क निर्माण कंपनी द्वारा रैयतों के साथ जबरदस्ती की जायेगी, तो किसान सड़क पर आकर आंदोलन करेंगे.
ऐसे बता दें कि एसएच-103 मंझवे से दर्शन तक बनने वाली सड़क निर्माण करने वाली कंपनी गोविंदपुर से अकबरपुर तक बैगर मुआवजा के ही रैयतों की जमीन में जबरन सड़क का निर्माण कार्य कर चुकी है. इससे लोगों में कंपनी के खिलाफ आक्रोश व्याप्त हैं.