पटना. सिक्योरिटी गार्ड में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले को एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार जालसाज एयरपोर्ट पर क्रू मेंबर का टैग लगाकर पहुंचा था. शक होने पर जब सीआइएसएफ के अधिकारियों ने पूछताछ की, तो मामले का खुलासा हुआ है. शुक्रवार की रात इसकी गिरफ्तारी की पुष्टि पटना पुलिस ने की है.
गिरफ्तार आरोपित मनीष कुमार वैशाली के सहदेई बुजुर्ग का रहने वाला है. पूछताछ में पहले उसने बताया कि वह पुलिस अधिकारी है. लेकिन आइकार्ड मांगने पर नहीं दिया. पूछताछ के बाद उसे एयरपाेर्ट थाने को सौंप दिया गया. बैग की जब तलाशी ली गयी, ताे दिल्ली एयरपाेर्ट में इंट्री का एक फर्जी आइकार्ड मिला. यही नहीं, बैग में नाैकरी दिलाने के कई कागजात मिले. पासबुक भी मिली.
एयरपाेर्ट थानेदार विनाेद पीटर ने बताया कि उसके पिता जितेंद्र काे बुलाया गया, पर बहनाेई आया था. उसपर जालसाजी और धाेखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है. उसे शनिवार काे जेल भेजा जायेगा. पटना एयरपोर्ट के सूत्र बताते हैं कि एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान सीआईएसएफ ने इस शातिर ठग को सबसे पहले पकड़ा और उसके बैग पर लिखे सीआरईडब्ल्यू के आधार पर उससे पूछताछ शुरू हुई. जब सुरक्षाकर्मी ने पूछताछ के लिए रोका तो वो खुद को स्पाइसजेट का ग्राउंड स्टाफ बताया.
तलाशी के दौरान शातिर ठग मनीष के बैग से डुप्लीकेट पास और फर्जी कागजात बरामद किये गये हैं. बताया जाता है कि मनीष स्पाइसजेट की फ्लाइट से दिल्ली जाने के लिए पटना एयरपोर्ट पहुंचा था. उसके बैग की जांच मैं सबसे पहले एक पास मिला जो एयरलाइंस कंपनियों के ग्राउंड स्टाफ की एंट्री के लिए बनाया जाता है. छानबीन में यह पास फर्जी पाया गया. इसके पास रॉक्सी नाम की सिक्योरिटी एजेंसी के दो फॉर्म भी मिले. शातिर ठग हैदराबाद और दिल्ली जैसे महानगरों में नौकरी दिलाने के लिए इस तरह के फर्जी कागजात का इस्तेमाल करता था.