नौकरी के इंतजार में जल गई जवानी, पटना के गर्दनीबाग पहुंचे STET अभ्यार्थियों ने सरकार से की ये मांगें
पटना के गर्दनीबाग में आज दूसरे दिन STET अभ्यार्थियों ने धरना प्रदर्शन किया. धरना स्थल पर STET -19 मेरिट अभ्यर्थियों के द्वारा सरकार के गलत शिक्षा नीति ( डिग्री लाओ नौकरी पाओ) के विरोध में नंग धरण प्रदर्शन किया.
पटना. बिहार की राजधानी पटना स्थित गर्दनीबाग में आज दूसरे दिन अभ्यार्थियों का धरना प्रदर्शन जारी है. धरना स्थल पर STET -19 मेरिट अभ्यर्थियों के द्वारा सरकार के गलत शिक्षा नीति ( डिग्री लाओ नौकरी पाओ) के विरोध में नंग धरण प्रदर्शन किया. STET-19 मेरिट के छात्र नेता रूपेश सिंह ने कहा की सरकार चुनावी सभा में नौकरी बाटना बंद करें. नियमावली कैबिनेट में पास करें और जल्द से जल्द शिक्षक अभयर्थियों को स्कूल में भेजे. वही अभिषेक कुमार झा ने शिक्षा मंत्री के प्रमोशन व वेतन संरक्षण नीति का विरोध करते हुए कहा की पहले 30675 मेरिट लिस्ट में चयनित अभ्यर्थी को नियुक्ति सुनिश्चित करें.
STET अभ्यार्थियों का धराना-प्रदर्शन
अभ्यार्थियों ने कहा कि अगर सरकार ये दोनों नीति लागू नहीं करेगी तो हजारों अभ्यर्थी नौकरी से वंचित हो जायेंगे. जो हम अभ्यर्थी होने नहीं देंगे चाहे. हमलोग को नंग धरण होना पड़े या विधान सभा का घेरना पड़े. वहीं आलोक यादव ने सरकार के डिग्री दिखाओ और नोकरी पाओ नीति की कड़ी निंदा करते हुए कहा की STET-19 एक प्रतियोगिता परीक्षा है. हम पिछले 4 सालों से मेरिट में चयनित होकर भी धूल फाकने को बेबस है.
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पटना के गर्दनीबाग में आज दूसरे दिन भी जमे रहे अभ्यार्थी
जबकि हमको विद्यालय में रहना चाहिए. इधर, सुजीत कुमार ने कहा की सरकार डेट बताए. क्योंकि इंतजार करते-करजे जवानी जल गई. लेकिन अब तक नौकरी नहीं मिली. वहीं विकास यादव ने कहा कि सरकार बहाली को 2024 तक ले जाना चाहती है. जो हमलोग होने नहीं देंगे. नंग धरण प्रदर्शन में सामिल गौतम यादव, अनिल यादव, अमित यादव, पीके वर्मा, गोस्वामी जी राजीव, Er. राजेश कौशल राजेश कुमार आदि शामिल थे.