पुलिस की गोली से घायल युवक की इलाज के दौरान मौत, वाहन चेकिंग के दौरान ASI ने मारी थी गोली
पुलिस की गोली से घायल सुधीर की आखिरकार मौत हो गयी. 45 दिनों तक जिंदगी के लिए लड़ रहा सुधीर आखिरकार मौत से हार गया. पिछले 28 मार्च को वाहन चेकिंग के दौरान हेलमेट नहीं पहनने के जुर्म में ओकरी थाना की पुलिस ने उसे गोली मार दी थी.
जहानाबाद. पुलिस की गोली से घायल सुधीर की आखिरकार मौत हो गयी. 45 दिनों तक जिंदगी के लिए लड़ रहा सुधीर आखिरकार मौत से हार गया. पिछले 28 मार्च को वाहन चेकिंग के दौरान हेलमेट नहीं पहनने के जुर्म में ओकरी थाना की पुलिस ने उसे गोली मार दी थी. लगभग 20 वर्षीय सुधीर कुमार मैयमा कोरथु गांव निवासी था. घायल सुधीर का नालंदा जिले के हिलसा में ईलाज के बाद पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. सुधीर की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है. सुधीर परिवार में इकलौता संतान था.
स्थानीय लोगों की मदद से उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया
घटना के संबंध में बताया जाता है कि ओकरी थाने की पुलिस पिछले 28 मार्च को ओकरी थाना क्षेत्र के अनंतपुर गांव के समीप वाहन चेकिंग कर रहा था. उसी दौरान यह युवक मोटरसाइकिल से बंधुगंज बाजार जा रहा था. हेलमेट नहीं रहने के कारण यह युवक वाहन चेकिंग देखकर घबरा गया और वहां से भागने लगा. इसी दौरान ओकरी थाने में पदस्थापित दारोगा मुमताज आलम ने पीछे से युवक को गोली मार दी. गोली लगने के बाद भी युवक मोटरसाइकिल से आगे चलते गया, पर कुछ दूर आगे जाने के बाद वह सड़क किनारे गिर गया. इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया. उसके परिजनों को सूचना देने के बाद परिजन उसे हिलसा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. वहां से डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया था.
दारोगा मुमताज आलम गिरफ्तार
पटना के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. गुरुवार की देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. हालांकि इस घटना के बाद जहानाबाद एसपी दीपक रंजन ने तत्कालीन ओकरी थानाध्यक्ष चंद्रहास सिंह आरोपी दारोगा मुमताज आलम समेत कुल 5 लोगों को निलंबित कर दिया था. गोली चलाने वाले दारोगा मुमताज आलम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, युवक की मौत की खबर के बाद परिवार वाले का रो रो कर बुरा हाल बना हुआ है और परिवार में हाहाकार मच गया है.