नालंदा में पुलिस हिरासत में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, परिजनों ने जमकर काटा बवाल
नालंदा के तेलहाड़ा थाना में एक युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लागकर खुदकुशी कर ली. युवक को पुलिस ने हत्याकांड के एक मामले में बीते पांच दिन पहले हिरासत में लिया था. घटना की सूचना मिलने के बाद मृतक के परिजनों ने जमकर उत्पात हो-हंगामा किया.
Bihar crime: नालंदा में पुलिस की हिरासत में एक युवक की मौत हो गयी. घटना तेलहाड़ा थाना की है. जानकारी के मुताबिक हत्या कांड के मामले में पुलिस ने पांच दिन पहले युवक को हिरासत में लिया था. सोमवार की सुबह युवक को पूछताछ के लिए कंप्यूटर रूम में रखा गया था. जहां देर रात संदिग्ध परिस्थिति में युवक की मौत हो गयी. जानकारी के मुताबिक युवक ने कंप्यूटर के वायर से फांसी लगाकर जान दी है. घटना की सूचना मिलने के बाद मृतक के परिजनों थाने के आसपास जुटकर हंगामा कर रहे हैं.
पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया था
मृतक युवक की पहचान तेलहड़ा थाना क्षेत्र के कोरबा गांव निवासी उदी यादव के बेटे पहलू यादव के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक पहलू यादव को पुलिस ने बीते पांच दिन पहले हत्याकांड के एक मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. रविवार की रात को युवक को पुलिस ने थाने के कंप्यूटर रूम में पूछताछ के लिए रखा था. जहां युवक ने कंप्यूटर के वायर से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घटना का सीसीटीवी फूटेज पुलिस के पास है.
परिजनों ने काटा बवाल
इधर, मामले की सूचना मिलने के बाद मृतक युवक के परिजन दर्जनों लोगों के साथ थाने के पास पहुंचे और हो-हंगमा करने लगे. लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया. युवक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है. परिजनों ने बताया कि पुलिस ने हिरासत में रखने के नाम पर पहलू यादल की बेरहमी से पिटाई की है. इस वजह से पहलू की जान गयी है.
हिलसा एसडीओ का बयान आया सामने
इधर, मामले की सूचना मिलने के बाद एसडीओ और डीएसपी ने मामले की छानबीन शुरू की. अधिकारियों ने थाने में लगे सीसीटीवी फूटेज को अपने कब्जे में ले लिया है. पुलिस ने बताया कि युवक के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेज दिया गया है. घटना के बारे में हिलसा एसडीओ ने बताया कि हाजत में युवक ने आत्महत्या करने की खबर मिली थी. सीसीटीवी फूटेज परिजनों को दिखा दिया गया है. इस मामले में पुलिस की कोई संलिप्तता नहीं है. बावजूद अगर परिजन आवेदन देंगे, तो आगे की जांच की जाएगी.