यूट्यूबर मनीष कश्यप (Manish Kashyap) की परेशानी एक तरफ लगातार बढ़ी जा रही है. वहीं, अब उनके साथियों पर शिकंजा कसता जा रहा है. बताया जा रहा है कि पार्टनर चितरंजय द्विवेदी की तलाश में आर्थिक अपराध इकाई (ED) की टीम मोतिहारी पहुंची. चितरंजय के एक रिश्तेदार से पूछताछ की. उसका रिश्तेदार कुंआरी देवी चौक के पास रहता है. आर्थिक अपराध के डीएसपी राजकिशोर कुमार ने बताया कि चितरंजय के आधार कार्ड पर चांदमारी का पता है, लेकिन चांदमारी में उसका मकान नहीं है. उसके बहनोई पहले चांदमारी में रहते थे. उनके यहां रहकर वह पढ़ता था. उसी समय उसने आधार कार्ड पर चांदमारी का पता लिखवाया था. उन्होंने कहा कि मनीष कश्यप यूट्यूब चैनल का चितरंजय बराबर का पार्टनर है.
आर्थिक अपराध के डीएसपी राजकिशोर कुमार ने बताया कि मामले में मनीष कश्यप के बाद उनसे जुड़े लोगों की भी जांच पड़ताल की गयी. इसी क्रम में चितरंजय द्विवेदी के बैंक अकाउंट की जांच-पड़ताल की गयी. इसमें पाया गया कि मनीष ने 14 महीने के अंदर चितरंजय के अकाउंट में लगभग 30-35 लाख व उसकी पत्नी के अकाउंट में 15 लाख रुपये ट्रांसफर किया है. मोतिहारी के चितरंजय द्विवेदी के तमाम ठिकानों पर छापेमारी की गयी, लेकिन उसका सुराग नहीं मिला. बताते चलें कि चितरंजय द्विवेदी उर्फ मणि द्विवेदी मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है. ऐसे में संभावना जतायी जा रही है कि टीम उसकी तलाश में नेपाल भी जा सकती है.
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मनीष कश्यप को जहां एक तरफ सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली है. कोर्ट बिहार और तमिलनाडु में दर्ज मामलों को कल्ब करने, जमानत देने और एनएसए हटाने के मामले में सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट में अपील करने को कहा. वहीं, तमिलनाडु के राज्यपाल रविंद्र नारायण रवि ने भी उनपर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) लगाने के सरकार के फैसले पर मुहर लगा दी है. एनएसए लगाने के बाद अधिसूचना के मुताबिक आरोपी को कम से कम 12 महीने जेल में रहना पड़ेगा. मनीष अभी एक महीने जेल में रह चुके हैं. ऐसे में उन्हें 11 महीने और जेल में रहना पड़ेगा.