बिहार: गया जिला परिषद में अविश्वास प्रस्ताव खत्म होने के बाद पार्षद गिरफ्तार, पुलिस पर हमले का भी था आरोप
Bihar News: बिहार के गया जिला परिषद में अविश्वास प्रस्ताव खत्म होने के बाद पार्षद की गिरफ्तारी हुई है. इस पर कई आरोप थे. पार्षद पर पुलिस पर हमले का भी आरोप था. इस कारण यह गिरफ्तारी की गई है.
Bihar News: बिहार के गया जिला परिषद में अविश्वास प्रस्ताव खत्म होने के बाद पार्षद को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिला पार्षद, बांकेबाजार कौशल वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके खिलाफ पहले से केस दर्ज था. इस पर पुलिस पर हमले का भी आरोप है. बताया जाता है कि यह फरार चल रहे थे. सूचना मिलने के बाद पुलिस इनका इंतजार कर रही थी और अविश्वास प्रस्ताव खत्म होने के बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार उक्त जिला पार्षद पर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में हंगामा करने का आरोप था. इसकी पहचान जिला परिषद सदस्य बाकें बाजार प्रखंड के जिला परिषद सदस्य कौशल शर्मा के रुप में हुई है.
17 पार्षदों ने चर्चा के लिए किया था आवेदन
मंगलवार को गया में जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ 17 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए अपनी ओर से आवेदन दिया था. इसके लिए नौ जनवरी को दिन तय किया गया था. कार्यपालक पदाधिकारी विनोद दुहन ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए दिन को तय किया था. तय कार्यक्रम के अनुसार ही चर्चा की गई और चर्चा के दौरान बांके बाजार प्रखंड के जिला परिषद सदस्य कौशल शर्मा मौजूद थे. बैठक खत्म होने के बाद यह सभागार से बाहर निकले. इसके बाद सिविल लाइन थाना पुलिस की ओर से इनकी गिरफ्तारी हुई है.
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फरार चल रहे थे पार्षद
जिला पार्षद के खिलाफ पहले से केस दर्ज था. इन पर जमीन पर कब्जे का भी आरोप है. वहीं, इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम में हंगामा करने का इनपर आरोप है. साथ ही पुलिस पर हमले का भी इनपर आरोप है. इस मामले में केस भी दर्ज किया गया था. इन मामलों में उक्त पार्षद फरार चल रहे थे. इन मामलों में पुलिस ने बैठक समाप्त होने के बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया है. जिला परिषद के सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार यह दो मामलों में फरार चल रहे थे. वहीं, अविश्वास प्रस्ताव को विरोधी गुट के लोगों की संख्या कम रहने के कारण खारीज कर दिया गया. यह बांके बाजार दक्षिणी से जिला परिषद के सदस्य है.
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कम संख्या होने के कारण प्रस्ताव खारीज
वहीं, जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए आवेदन हुआ था. नौ जनवरी की तारीख पहले से ही तय थी. कम संख्या होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव को खारीज कर दिया है. इस मामले में पुलिस की कार्रवाई की जा रही है. दो अलग- अलग मामलों में इनके खिलाफ मामला दर्ज था. पुलिस ने इसी मामले में कार्रवाई की है. इधर, दरभंगा में भी जिला परिषद के अध्यक्ष को पत्र लिखकर उपाध्यक्ष पर अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए बैठक बुलाई गई है. सदस्यों ने आरोप लगाया है कि उपाध्यक्ष अपना विश्वास खो चुके है. इस वजह से जिला परिषद के सदस्य आहत है. इनका कहना है कि पूरे जिला परिषद में अराजकता की स्थिति बन गई है. इनका कहना है कि यहां पर भ्रष्टाचार हो रहा है.
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उप मुखिया पर अविश्वास प्रस्ताव, चर्चा को लेकर तिथि तय करने की मांग
बगहा के रीगा प्रखंड क्षेत्र की कुशमारी पंचायत के उप मुखिया जलालुद्दीन पर अविश्वास प्रस्ताव के तहत चर्चा करने की तिथि तय करने की मांग की गई है. 14 वार्ड सदस्यों में से करीब 10 वार्ड सदस्यों ने पंचायत भवन में अपनी एकजुटता दिखाते हुए प्रखंड कार्यपालक पदाधिकारी सह बीडीओ आशुतोष आनंद एवं पंचायत के मुखिया प्रेमचंद कुमार को अविश्वास प्रस्ताव की प्रतिलिपि उपलब्ध कराया गया है. आवेदन पर हस्ताक्षर करने वाले वार्ड सदस्यों में विमलेश कुमार, अंजली देवी, मिंटू पासवान, रधिया देवी, रामनाथ महतो, सूरज महतो, गंगा देवी, किशोरी महतो, अविनाश कुमार शामिल हैं.