चेन्नई : ‘मनुस्मृति’ विवाद में भाजपा नेता खुशबू सुंदर और कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मंगलवार को एहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि सुंदर और अन्य को तब हिरासत में लिया गया, जब वे विदुतलाई चिरूतैगल काची (वीसीके) प्रमुख थोल थिरुमावलवन के महिलाओं के बारे में कथित टिप्पणी के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए चिदंबरम शहर की ओर जाने का प्रयास कर रहे थे.
थिरुमावलवन कुड्डालोर जिले में चिदंबरम लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अगर उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति दी जाती, तो कानून-व्यवस्था का मुद्दा हो सकता था और एहतियाती तौर पर उन्हें हिरासत में लिया गया, जब खुशबू और अन्य कार्यकर्ताओं को ईस्ट कोस्ट रोड पर एक रिसार्ट के परिसर में रखा गया, तो उन्होंने नारेबाजी करते हुए थिरुमावलवन की गिरफ्तारी की मांग की.
परिसर में धरना दे रहीं खुशबू सुंदर ने कहा, ”महिलाओं के खिलाफ थिरुमावलवन की टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन किया गया. मैं उन्हें बड़ा भाई कहती हूं और उनका काफी सम्मान करती हूं. लेकिन, मुझे नहीं पता कि इस टिप्पणी के बाद मैं उन्हें क्या कहकर संबोधित करूंगी.”
सुंदर ने कहा कि चेंगलपेट जिले में प्रवेश करते ही उन्हें और भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सीपी राधाकृष्णन ने सुंदर को हिरासत में लिये जाने की आलोचना की. थिरुमावलवन सोमवार को जब इरोड गये थे, उस वक्त तनाव की स्थिति पैदा हो गयी.
कुछ दिन पहले थिरुमावलवन का एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने महिलाओं के बारे में कुछ टिप्पणी की थी और दावा किया था कि मनुस्मृति में इसका जिक्र किया गया है. भाजपा और हिंदू संगठनों ने उन पर महिलाओं और हिंदुत्व के अपमान का आरोप लगाते हुए माफी की मांग की थी.