BSP: बसपा ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की सूची, तीसरे चरण में मायावती, आकाश आनंद, सतीश चंद्र मिश्रा का नाम
बीएसपी (BSP) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के लिए अपनी ताकत झोंक दी है. मायावती के भतीजे आकाश आनंद ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे हैं.
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने तीसरे चरण के प्रचार के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारीकर दी है. इस लिस्ट में 40 नाम हैं. प्रमुख रूप से बसपा प्रमुख मायावती, आकाश आनंद, सतीश चंद्र मिश्र, विश्वनाथ पाल, मुनकाद अली, उमाशंकर सिंह, राजकुमार गौतम, समसुद्दनी राइन, सूरज सिंह जाटव, गोरेलाल जाटव, हेमंत प्रताप सिंह, संतोष आनंद व प्रताप सिंह बघेल है. गौरतलब है कि (Lok Sabha Election 2024) तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होना है. इसमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली लोकसभा सीटों पर मतदान होना है.
पहले मतदान फिर जलपान: मायावती
मायावती (Mayawati) ने एक्स पर बसपा के समर्थकों के लिए संदेश जारी करते हुए लिखा है कि पहले मतदान फिर जलपान. उन्होंने अपील की है कि देश में 18वीं लोकसभा के लिए सात चरणों में हो रहे आमचुनाव में 19 अप्रैल को मतदान के पहले चरण से ही पहले मतदान, फिर जलपान करें. अपने वोट के बहुमूल्य संवैधानिक अधिकार का निर्भय होकर इस्तेमाल करें. देश में ग़रीबों, मेहनतकशों, वंचितों की बहुजन-हितैषी सरकार चुनें. उन्होंने लिखा है कि बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान के तहत बिना किसी भेदभाव के एक वोट का मिला अधिकार ऐसी लोकतांत्रिक शक्ति है, जिसके जरिए सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करके गरीब, कमजोर व उपेक्षित लोग अपना उद्धार खुद करने योग्य बनते हैं. साथ ही अपनी गरीबी व लाचारी का जीवन दूर कर सकते हैं.
वोट के अधिकार की रक्षा जी जान से करें
बसपा (BSP) प्रमुख ने लिखा है कि इसीलिए वोट के अधिकार की रक्षा पूरे जी-जान से करनी है. सावधान रहें आपका कोई वोट खरीदा न जा सके. लूटा न जा सके. कोई वोट पड़ने से न रह जाए ओर धनबल, मंदिर-मस्जिद आदि के नाम पर आपके वोट का गलत इस्तेमाल न हो. वोट जरूर डालें. यही सबसे बड़ा कर्तव्य व बाबा साहेब को श्रद्धांजलि है. निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, सहभागी, सुगम, समावेशी, पारदर्शी व शान्तिपूर्ण तरीके से कराने का आश्वासन देश को दिया है. जिसपर खरा उतरने के लिए ख़ासकर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग व रूलिंग पार्टी की आचार संहिता का उल्लंघन रोकना जरूरी है.