जमशेदपुर: झारखंड के सीएम चंपाई सोरेन ने मेधा डेयरी प्लांट की आधारशिला रखी. उन्होंने कहा कि किसानों व पशुपालकों की आय में वृद्धि और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. राज्य सरकार द्वारा दूध उत्पादन से जुड़नेवाले लोगों को अब पांच रुपए प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. दूध उत्पादन में झारखंड को आत्मनिर्भर बनाएंगे. वे जमशेदपुर के बालीगुमा में मेधा डेयरी प्लांट के भूमि पूजन कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले 4 वर्षों में विकास के जो कार्य किए गए हैं, वह दो दशक में नहीं हुए. आदिवासी व मूलवासियों की अस्मिता और सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. झारखंड की जनजातीय और स्थानीय भाषा-संस्कृति को सरकार समृद्ध कर रही है. बेहतर शिक्षा से ही बेहतर समाज और राज्य का निर्माण संभव है.
सीएम चंपाई सोरेन ने बीजेपी पर साधा निशाना
सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि पिछले 4 वर्षों में राज्य सरकार द्वारा विकास के जो कार्य किए गए हैं, वे पिछले 19 वर्षों में नहीं हुए. हेमंत सोरेन ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी और विपरीत परिस्थितियों में अपने कुशल नेतृत्व से झारखंड के विकास को नयी रफ्तार दी थी. यही वजह है कि आज झारखंड विकास की नयी गाथा लिख रहा है. हेमंत सोरेन ने विकास की जो लकीर खींची है, उसी दिशा में उनकी सरकार आगे बढ़ रही है और राज्य को संवारने का काम कर रही है.
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दूध उत्पादन के क्षेत्र में बनाना है आत्मनिर्भर
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड को दूध उत्पादन के क्षेत्र में न सिर्फ आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि इसे अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा करना है. दूध उत्पादन को बढ़ावा एवं किसानों व पशुपालकों की आय के स्रोत में बढ़ोतरी को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई. उन्होंने कहा कि किसानों की खुशहाली से ही झारखंड की समृद्धि संभव है. ऐसे में किसानों को सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं. हमारी सरकार जो भी योजनाएं बना रही हैं, उसे धरातल पर उतारने का काम कर रही है. हम योजनाओं के प्रचार- प्रसार से ऊपर उठकर उसका लाभ समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए कार्य कर रहे हैं. आज राज्य सरकार की योजनाओं से जुड़कर लोग अपने को सशक्त बना रहे हैं.
आदिवासी-मूलवासी हमेशा हाशिए पर रहे
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि यहां के आदिवासी-मूलवासी हमेशा हाशिए पर रहे हैं. इनके दुःख-दर्द की किसी ने चिंता नहीं की. ऐसे में झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद भी यहां के लोग पिछड़ते ही चले गए, लेकिन हमारी सरकार आदिवासियों और मूलवासियों की भावना, अस्मिता और सम्मान के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगी. इन्हें सशक्त बनाने का प्रयास शुरू हो चुका है. इन्हें इनका हक और अधिकार हर हाल में मिलेगा.
अब प्राइमरी स्कूलों में बच्चे मातृभाषा में कर सकेंगे पढ़ाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की जनजातीय और स्थानीय भाषाएं एवं संस्कृति को बचाने और समृद्ध बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. राज्य के सभी प्राथमिक विद्यालयों में जनजातीय और अन्य स्थानीय भाषाओं की पढ़ाई शुरू की जाएगी. बच्चे अब अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करेंगे. इस दिशा में शिक्षकों की नियुक्ति जल्द होगी.
जेएसएससी की रद्द परीक्षा होगी जल्द
जेएसएससी की पेपर लीक की वजह से रद्द परीक्षा लेने की तैयारी शुरू कर दी गई है. यह परीक्षा बहुत जल्द आयोजित की जाएगी. अभ्यर्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है. सीएम ने कहा कि लगभग 30 हज़ार शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है. सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है.
चांडिल डैम से भूमिगत पाइपलाइन से खेतों में पहुंचेगा पानी
सीएम ने कहा कि किसान अब सालोंभर खेती का कार्य कर सकेंगे. इसके लिए सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चांडिल डैम से भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से खेतों में पानी पहुंचेगा. इसके लिए जल्द योजना बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य में आधारभूत संरचनाओं को मजबूत किया जा रहा है. लगभग 15 हज़ार किलोमीटर ग्रामीण सड़क बनाई जा रही है. अबुआ आवास योजना के तहत 20 लाख लोगों को तीन कमरों का मकान देंगे. गांव और शहर के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना की शुरुआत हो चुकी है. इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कृषि मंत्री बादल, विधायक मंगल कालिंदी, समीर मोहंती और संजीव सरदार, प्रमंडलीय आयुक्त हरि कुमार केशरी, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल समेत जिला प्रशासन के कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.
- जमशेदपुर डेयरी प्लांट की रोजाना क्षमता 50 हजार लीटर
- जमशेदपुर डेयरी प्लांट की मिल्क प्रोसेसिंग की क्षमता प्रतिदिन 50 हजार लीटर होगी.
- इस डेयरी प्लांट के चालू होने से 5 हजार ग्रामीणों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.
- राज्य सरकार द्वारा दूध उत्पादन से जुड़ने वाले लोगों को अब 5 रुपए प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
- मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत लाभुकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से लगभग 3 करोड़ 6 लाख रुपए की राशि का हस्तांतरण किया.
- सीएम ने दुधारू गाय वितरण योजना के तहत 633 लाभुकों के बैंक खाते में 3 करोड़ 89 लाख रुपए की राशि हस्तांतरित की.
- मुख्यमंत्री ने एनडीडीबी सर्विसेज के माध्यम से झारखंड राज्य में कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
- झारखंड में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अब तक 79 को-ऑपरेटिव सोसाइटी का गठन कर लिया गया है.
- झारखंड में वर्तमान में ढाई लाख लीटर प्रतिदिन मिल्क प्रोसेसिंग की क्षमता है, जिसे बढ़ाकर 5 लाख लीटर प्रतिदिन करने का लक्ष्य है.