झारखंड आंदोलनकारी दयामनी बारला व पुष्पा टेटे ने समर्थकों के साथ थामा कांग्रेस का दामन, बीजेपी पर साधा निशाना
Dayamani Barla: लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड आंदोलनकारी दयामनी बारला व पुष्पा टेटे ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया.
रांची: झारखंड आंदोलनकारी दयामनी बारला व पुष्पा टेटे ने शुक्रवार को समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने पार्टी का पट्टा देकर माला पहनाते हुए उनका स्वागत किया. गुलाम अहमद मीर ने कहा कि दोनों महिला नेत्रियां समाज के अंतिम व्यक्ति की आवाज बन कर हमेशा संघर्षरत रही हैं. जल, जंगल और जमीन के लिए उनके आंदोलन ने अलग पहचान बनायी है.
समाज को दिशा देने के लिए किया आंदोलन
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि समाज को दिशा देने के लिए किया गया आंदोलन दोनों नेत्रियों की क्षमता का परिचायक है. वहीं दयामनी बारला ने कहा कि आज देश के किसान, युवा, महिला समेत सभी वर्ग परेशानी के दौर से गुजर रहा है. भाजपा आम जनता की आजादी छीनने का प्रयास कर रही है प्रारंभ में लोगों के अधिकारों के लिए कलम को हथियार बनाकर अपनी लेखनी से मैंने संघर्ष की शुरुआत की. उसके बाद पिछले 30 वर्षों से लगातार मजदूर, गरीबों व आदिवासियों के शोषण, जल, जंगल, जमीन और पर्यावरण की रक्षा के लिए भी संघर्ष कर रही हूं. संघर्षों के दौर में जेल जाने से भी मैं पीछे नहीं रही. आज जिस तरह से देश का सभी वर्ग किसान युवा महिला परेशानी की हालत से गुजर रहा है ऐसी स्थिति कांग्रेस के शासनकाल में कभी नहीं रही. उस दौर में सबको अपनी बात रखने की आजादी थी और आज देश की आम जनता की आजादी छीनने की कोशिश की जा रही है. मैंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से प्रेरित होकर कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है. जिस तरह से उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक समाज के हर वर्ग के साथ संवाद कर उनकी समस्याओं को सुनकर और उनकी परेशानी को जानने की कोशिश की है. वही जनता से जुड़े नेता की पहचान है. पुष्पा टेटे ने देश के वर्तमान हालात को देखते हुए कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लेना पड़ा.
कांग्रेस में ये हुए शामिल
पार्टी में शामिल होने वालों में प्रेमलता इंदवार, सुषमा बिरूली, बंसत टोपनो, रीता टुडू, पीटर होरो, एनएन टोपनो, हीरामनी भेंगरा, जॉन कच्छप, जादू सिंह मुंडा, बुधराम बोदरा, जोलेन टोपनो, फ्रांसिंग, अमर सोई समेत अन्य शामिल थे. कार्यक्रम में बंधु तिर्की, सुबोधकांत सहाय, कालीचरण मुंडा, अमूल्य नीरज खलखो, राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, सोनाल शांति, राकेश किरण महतो, गजेंद्र सिंह, ममता देवी, निरंजन पासवान समेत अन्य उपस्थित थे.