1600 से ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 21.5 लाख श्रमिक पहुंच चुके हैं अपने घर
लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों और कामगारों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए सरकार हर दिन श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रही है. रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासियों में से करीब 21.5 लाख श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचा दिया है.
नयी दिल्ली : लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों और कामगारों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए सरकार हर दिन श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रही है. रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासियों में से करीब 21.5 लाख श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचा दिया है. एक मई से लेकर अब तक कुल 1600 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई गई है. भारतीय रेलवे ने मंगलवार को कहा कि एक मई से लेकर अब तक 1,600 से ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जा चुकी हैं और रेलवे ने 21.5 लाख से ज्यादा प्रवासियों को उनके घर पहुंचाया है.
रेलवे ने बताया कि 900 से ज्यादा ट्रेनें उत्तर प्रदेश रवाना हुई हैं. वहीं बिहार ने 428 और मध्य प्रदेश ने सौ से अधिक ट्रेनों को अनुमति दी. वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट में कहा, ”अगले दो दिन में रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या दोगुनी करके 400 प्रतिदिन करेगा. सभी प्रवासियों से अपील है कि वे जहां हैं, वहीं रहें, भारतीय रेल उन्हें कुछ दिनों में उनके घरों तक पहुंचाएगा.” रेलवे ने यह भी कहा कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए अब ट्रेन के गंतव्य स्थान वाले राज्यों की सहमति लेना जरूरी नहीं है.