मुंडका अग्निकांड मामले में 3 गिरफ्तार, इमारत में आग लगने से हुई थी 27 की मौत
मुंडका स्थित इमारत के मालिक मनीष लकड़ा को गिरफ्तार कर लिया है. इस हादसे के बाद से आरोपी मनीष लकड़ा फरार चल रहा था. पुलिस आरोपी मनीष की तलाश में जुटी हुई थी.
नयी दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के मुंडका (Mundka fire) मेट्रो स्टेशन इलाके में शुक्रवार को हुई अग्निकांड मामले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस के डीजीपी समीर शर्मा ने अपने बयान में कहा कि इमारत के मालिक मनीष लकड़ा और 2 अन्य कंपनी मालिकों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि जिस इमारत में आग लगी थी, उसके पास दमकल विभाग का एनओसी नहीं था.
इमारत में आग लगने से 27 लोगों की हुई थी मौत
डीजीपी समीर शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को हुए अग्निकांड में 27 लोगों की मौत हुई, जिनके शव को दमकल विभाग के कर्मचारियों ने निकाल एसएचएम अस्पताल भिजवाया था.
Delhi's Mundka fire | 3 people have been arrested including building owner Manish Lakra & 2 company owners. 27 are dead. 8 identified so far. DNA samples collected & identification process is underway. Building's fire NOC was not taken:Sameer Sharma, DCP, Outer Dist, Delhi Police pic.twitter.com/bZZw9chlAA
— ANI (@ANI) May 15, 2022
फायर विभाग से नहीं ली गई NOC
डीजीपी के मुताबिक इस इमारत में ना कोई अग्नि सुरक्षा यंत्र लगाए गए थे और न ही फायर विभाग से कोई NOC ली गई थी. वहीं, इमारत के अंदर और बाहर जाने के लिए एक छोटी सीढ़ी बनाई गई थी, जिसके कारण लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
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हादसे के बाद से आरोपी था फरार
मुंडका स्थित इमारत में लगी आग के बाद आरोपी मनीष लकड़ा फरार था, जिसके बाद से दिल्ली पुलिस आरोपी मनीष की तलाश में जुटी थी. वहीं, डीजीपी ने बताया कि आरोपी और कंपनी मालिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ की जा रही है.
अग्निकांड में 27 लोग लापता
दिल्ली के डीजीपी समीर शर्मा ने बताया कि इमारत में सीसीटीवी और 4-जी राउटर बनाने की कंपनी चलती थी, जहां मोटिवेशनल प्रोग्राम का आयोजन किया गया था. 27 लोग लापता हैं. घटना की जानकारी मिलते ही कर्मचारियों के परिजन का जमावड़ा लग गया. वहीं, स्थानीय लोगों की मानें तो इस इमारत में संचालित कंपनी में 250-300 लोग रोज काम करने पहुंचते थे, जिन्हें कंपनी की तरफ से पहचान पत्र तक नहीं दिया गया था. साथ ही कंपनी ने ESI, PF जैसा कोई रूल भी फॉलो नहीं किया.