दिल्ली की तीन जेलों में 46 कैदी और 43 कर्मचारी समेत 89 कोरोना, कैदियों में मचा हड़कंप
जेल अधिकारियों द्वारा शेयर किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली की तीन जेलों में रविवार शाम तक पॉजिटिव पाए गए 46 कैदियों में से 29 तिहाड़ और 17 मंडोली जेल के हैं.
नई दिल्ली : दिल्ली की तीन जेलों में 46 कैदी और 43 कर्मचारी समेत कुल 89 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इससे इन तीनों जेलों के कैदियों में हड़कंप मचा हुआ है. दिल्ली के जिन तीन जेलों में 89 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, उनमें तिहाड़ जेल, मंडोली जेल और रोहिणी जेल शामिल है. मामले से जुड़े एक जेल अधिकारी ने सोमवार को बताया कि पॉजिटिव पाए गए सभी कैदी और कर्मचारियों को आइसोलेशन में भेज दिया गया है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.
सोशल मीडिया पर जेल अधिकारियों द्वारा शेयर किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली की तीन जेलों में रविवार शाम तक पॉजिटिव पाए गए 46 कैदियों में से 29 तिहाड़ और 17 मंडोली जेल के हैं. वहीं, पॉजिटिव पाए गए 43 कर्मचारियों में तिहाड़ के 25, रोहिणी जेल के 12 और मंडोली जेल के छह कर्मचारी शामिल हैं.
अधिकारियों ने बताया कि तिहाड़, मंडोली और रोहिणी जेल परिसर में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कारागार डिस्पेंसरी को ‘कोविड केयर सेंटर’ में तब्दील कर दिया गया है. तिहाड़ में स्थापित एक ऑक्सीजन प्लांट भी जल्द काम करना शुरू कर देगा. उन कैदियों के लिए कई ‘मेडिकल आइसोलेशन सेल’ स्थापित किए गए हैं, जिनमें संक्रमण के मामूली लक्षण हैं.
वहीं, जिन मरीजों में संक्रमण का कोई भी लक्षण नहीं है, उनके लिए कारागार परिसर में ही अलग से आइसोलेशन रूम बनाए गए हैं. तिहाड़ में 120 बिस्तरों का और मंडोली में 48 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर बनाया गया है.
जेल प्रशासन ने बताया कि कैदियों और कर्मचारियों की देखभाल के लिए उन्होंने चार समितियों का गठन किया है. अधिकारियों ने बताया कि जहां तक संभव हो, कर्मचारी और कैदी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर रहे हैं. कैदियों को अधिकतर समय उनके वार्ड से बाहर नहीं आने दिया जा रहा और कोविड-19 संबंधी नियमों की जानकारी देने के लिए नियमित रूप से जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं.
Also Read: आज से इन लोगों को लगेगा कोरोना वैक्सीन का तीसरा डोज, नये रजिस्ट्रेशन के बिना दिया जाएगा बूस्टर डोज
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले सात जनवरी तक दिल्ली के तीन कारागार में कुल 18,528 कैदी थे. इनमें से तिहाड़ में 12,669, मंडोली में 4,018 और रोहिणी में 1,841 कैदी थे.