दिल्ली में शहीद भगत सिंह के नाम से खुला ‘आर्म्ड फोर्सेज स्कूल’, CM केजरीवाल ने किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस दौरान कहा कि दिल्ली में कोई सैनिक स्कूल नहीं था. हमने एक साल पहले तैयारी शुरू की थी, लेकिन यह नहीं पता था कि स्कूल एक साल में तैयार हो जाएगा.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दिल्ली के नजफगढ़ में ‘शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी स्कूल’ का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने छात्रों से देश के लिए जीने-मरने की भावना को आत्मसात करने का आह्वान किया. केजरीवाल ने कहा कि स्कूल में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं और छात्रों को विभिन्न सशस्त्र बलों की प्रवेश परीक्षा प्रणाली के अनुसार प्रशिक्षित किया जाएगा.
Today the first Shaheed Bhagat Singh armed preparatory school started in Delhi.Children who want to join armed forces didn't have a formal place where they could be trained. They used to prepare by themselves. Now we have this.Even poorest of poor can come for admission: Delhi CM pic.twitter.com/LNwRoWfLgS
— ANI (@ANI) August 27, 2022
आर्म्ड फोर्सेज स्कूल में मुफ्त में मिलेगी शिक्षा
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस दौरान कहा कि दिल्ली में कोई सैनिक स्कूल नहीं था. हमने एक साल पहले तैयारी शुरू की थी, लेकिन यह नहीं पता था कि स्कूल एक साल में तैयार हो जाएगा. मैं दिल्ली और देश की तरफ से उन लोगों का आभार जताता हूं, जिन्होंने एक साल के भीतर इस सपने को साकार कर दिखाया. ‘आर्म्ड फोर्सेज स्कूल’ में शिक्षा और अन्य सुविधाएं मुफ्त होने की बात को रेखांकित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि वह हमेशा एक ऐसी शिक्षा प्रणाली चाहते थे, जहां अमीर और गरीब एक साथ पढ़ सकें.
सेवानिवृत्त अधिकारी देंगे प्रशिक्षण
केजरीवाल ने आगे बताया कि सेवानिवृत्त अधिकारियों को छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा. केजरीवाल ने कहा, मैंने छात्रों के साथ बातचीत की और पाया कि उनमें से 80 से 90 प्रतिशत सरकारी, जबकि 10 से 15 फीसदी निजी स्कूलों से हैं. सशस्त्र बलों के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए साइकोमेट्रिक टेस्ट, व्यक्तित्व विकास कार्यशालाएं और मॉक टेस्ट आयोजित किए जाएंगे.
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भगत सिंह के नाम पर रखा स्कूल का नाम
उन्होंने कहा कि स्कूल का नाम भगत सिंह के नाम पर रखा गया है, ताकि छात्र उनके जीवन से सीख ले सकें. केजरीवाल ने कहा, 23 साल की उम्र में भगत सिंह स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया और अपने प्राण न्योछावर कर दिये. आज के युवा उस उम्र में प्रेमिका पाने को लेकर चिंतित रहते हैं. आपको उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए और उनके जीवन से सीख लेनी चाहिए.