केजरीवाल ने कोविड-19 से जान गंवाने वाले डॉक्टर के परिजनों को एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने डॉक्टर असीम गुप्ता के परिजनों से शुक्रवार को मुलाकात की और उन्हें अनुग्रह राशि के रूप में एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा. एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टर असीम गुप्ता की कोविड-19 के चलते मौत हो गई थी .
नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने डॉक्टर असीम गुप्ता के परिजनों से शुक्रवार को मुलाकात की और उन्हें अनुग्रह राशि के रूप में एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा. एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टर असीम गुप्ता की कोविड-19 के चलते मौत हो गई थी .
केजरीवाल ने दिवंगत गुप्ता को ‘‘जनता का डॉक्टर” करार दिया और कहा कि यह सरकार का दायित्व है कि वह दूसरों के लिए अपना बलिदान करने वाले लोगों के परिजनों की मदद करे. मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वाले दिवंगत डॉ. असीम गुप्ता जी के परिवार से मुलाकात की. ‘‘जनता के डॉक्टर” को वापस लाने के लिए हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन यह हमारा दायित्व है कि हम उन लोगों के परिवारों की मदद करें जो हमारे लिए अपना जीवन बलिदान कर रहे हैं. आज परिवार को एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दी गई.”
Also Read: कोविड-19 : स्वदेशी टीका 15 अगस्त तक उपलब्ध कराने का लक्ष्य
दिल्ली सरकार महामारी के खिलाफ अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं के रूप में दायित्व निभाते समय कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले अपने कर्मचारियों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान कर रही है. गुप्ता एलएनजेपी अस्पताल में डॉक्टर थे और वह दायित्व निभाते समय कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे. छह जून को आई जांच रिपोर्ट में उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी.
Met with the family of Late Dr Aseem Gupta ji who lost his life to Corona.
We cannot do anything to bring back the "People's Doctor", but it is our duty to support families of those who lay down their lives for us.
An ex gratia of ₹1 crore was given to the family today. pic.twitter.com/YlYCKZ9siy
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 3, 2020
उन्हें हल्के लक्षण थे और वह एक पृथक-वास केंद्र में भेजे गए थे. सात जून को उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें एलएनजेपी अस्पताल की गहन देखभाल इकाई में भर्ती किया गया. बाद में, उन्होंने दक्षिणी दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में दम तोड़ दिया. वह 52 साल के थे और उन्हें अपने रोगियों की हरसंभव मदद करने के लिए जाना जाता था. मुख्यमंत्री ने डॉक्टर गुप्ता के परिवार से उनके आवास दिलशाद गार्डन में मुलाकात की और संवेदना प्रकट करते हुए अनुग्रह राशि सौंपी.
केजरीवाल ने कहा, ‘‘ जीवन का कोई मूल्य हो ही नहीं सकता है, दी गई राशि डॉक्टर गुप्ता के प्रति हमारे सम्मान का संकेत है.” मुख्यमंत्री ने डॉक्टर की पत्नी निरूपमा से भी मुलाकात की जो कि खुद भी नोएडा में डॉक्टर हैं. केजरीवाल ने कहा कि वह उनके भाई समान हैं और उनकी इच्छा के अनुसार ही वे उन्हें नोएडा से दिल्ली आने में मदद करेंगे. निरूपमा उत्तर प्रदेश में सरकारी डॉक्टर हैं. गुप्ता के बेटे अक्षत गुप्ता ने परिवार की मदद करने और गुप्ता के प्रति सम्मान दिखाने के लिए पत्र लिखकर मुख्यमंत्री केजरीवाल का शुक्रिया अदा किया है.
उन्होंने कोविड-19 से निपटने में मुख्यमंत्री के कदमों की तारीफ की और उम्मीद जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से स्थिति नियंत्रण में होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक महीने पहले दिल्ली की स्थिति और बंद हटने के बाद कोरोना वायरस मामलों के अचानक बढ़ने को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में 60,000 सक्रिय मामले होने की आशंका जताई गई थी.
उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन दिल्ली में अभी 25,000 लोगों का इलाज चल रहा है. यह दिल्ली की दो करोड़ जनता, सरकार और समाज के सतत प्रयास का नतीजा है.” उन्होंने कहा कि दिल्ली में भले ही संक्रमण की रेखा नीचे की ओर जाती हुई दिख रही है लेकिन सभी स्थितियों के लिए तैयार रहने की जरूरत है. उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही कोरोना वायरस का टीका बन जाएगा और दुनिया इससे मुक्त हो सकती है.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak