केजरीवाल सरकार पूरा करेगी बाबा अंबेडकर का सपना, जानिए
आजादी के 75 साल बाद भी देश के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देने का बाबा साहब का सपना पूरा नहीं हो सका. इसलिए केजरीवाल सरकार ने कसम खाई है कि बाबा साहब का अधूरा सपना पूरा करेगी.
संविधान निर्माता बाबा अंबेडकर के सपने को केजरीवाल सरकार पूरा करेगी. दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को बेहतर किया है. इसी तरह दूसरे राज्यों में सरकार बनने पर बाबा अंबेडकर के सपने को पूरा किया जाएगा. आइए इसके संबंध में जानते हैं.
देश की आजादी के 75 साल बाद भी सपना अधूरा
आजादी के 75 साल बाद भी देश के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देने का बाबा साहब का सपना पूरा नहीं हो सका. इसलिए केजरीवाल सरकार ने कसम खाई है कि बाबा साहब का अधूरा सपना पूरा करेगी. दूसरी राजनीतिक पार्टियों और नेताओं ने जानबूझ कर सरकारी स्कूलों का बेड़ा गर्क किया है, ताकि एससी वर्ग बराबरी का हक लेने के लिए कभी खड़ा न हो सके. पंजाब में ‘आप’ की सरकार बनने पर एससी भाईचारे के हर बच्चे को फ्री शिक्षा देंगे, कोचिंग और विदेश में पढ़ने वाले बच्चों का खर्च पंजाब सरकार उठाएगी. हर परिवार के इलाज का पूरा खर्च उठाएगी और 18 साल से उपर की हर महिला को हजार रुपए महीना दिया जाएगा.
Also Read: पंजाब विधानसभा चुनाव : अरविंद केजरीवाल ने कहा- अगर हमारी सरकार बनी तो कनाडा और लंदन में होगी इन बातों की चर्चा
केजरीवाल सरकार डॉ. अंबेडकर का सपना साथ लेकर चली
केजरीवाल सरकार बाबा साहब डॉ. अंबेडकर का सपना साथ लेकर चली और आज दिल्ली के सरकारी स्कूल शानदार बन गए हैं. इस साल बोर्ड की परीक्षा में सरकारी स्कूलों के नतीजे 99.7 फीसद आए हैं, जो प्राइवेट स्कूलों से बहुत ज्यादा अच्छा है. दिल्ली में जब केजरीवाल सरकार बनी, तब सरकारी स्कूलों का बुरा हाल था. इस तरह केजरीवाल सरकार दिल्ली में बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर के सपने को पूरा कर रही हैं. पंजाब में अभी सरकारी स्कूलों का बुरा हाल है. पंजाब में कई ऐसे स्कूल हैं, जहां एक भी शिक्षक नहीं है. पंजाब में सरकार बनने के बाद पंजाब के अंदर भी बाबा साहब के सपने को पूरा करेगी.
अच्छी शिक्षा दिला सकती है बराबरी का हक
बाबा डॉ. अंबेडकर इतने गरीब परिवार में पैदा हुए, उन्होंने बहुत संघर्ष किया, उनके पास पढ़ने के लिए पैसे नहीं थे. पूरे समाज के साथ उन्होंने संघर्ष किया. उन्होंने 64 विषयों में मास्टर्स की डिग्री ली. एक एमए की डिग्री लेने में नानी याद आ जाती है, लेकिन उन्होंने 64 विषयों में एमए की डिग्री ली. उन्होंने दो डॉक्टर की डिग्री ली. पूरे भारत देश में वे अकेले पहले डॉक्टरेट थे और फिर उन्होंने हमारे देश का संविधान लिखा। बाबा साहब ने एक बात कही थी कि अगर अपने समाज को हमें पिछड़ेपन, गरीबी दूर करनी है और बराबरी का हक दिलाना है, तो यह अच्छी शिक्षा ही कर सकती है.