दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान कोरोना पर चर्चा के दौरान बोलते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारत में पहली बार प्लाज्मा थेरेपी की इजाजत दिल्ली सरकार ने ली और ट्रायल किया, फिर दुनिया का पहला प्लाज्मा बैंक स्थापित किया. आज दिल्ली में 1965 लोगों को प्लाज्मा दिया जा चुका है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में होम आइसोलेशन का आइडिया दिल्ली से शुरू हुआ. इसके परिणाम भी बेहतर आये.
दिल्ली में कोरोना संक्रमण फैलने की वजह का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि जब विदेशों में रहने वाले भारतीय दिल्ली आ रहे थे उस वक्त किसी को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. आईसीएमआर की गाइडलाइन नहीं थी, कोई क्वारंटाइन और आइसोलेशन नहीं था. 18 मार्च के आसपास केंद्र सरकार से गाइडलाइन आई थी कि जो लोग बाहर आ रहे हैं, उनको क्वारंटाइन किया जाए. दिल्ली ने धीरे-धीरे कोरोना पर काफी हद तक काबू पाया.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना को नियंत्रित करने की वजह सिर्फ एकमात्र है टीम वर्क. हमने सबकी मदद ली. हमने केंद्र सरकार की मदद ली. जब जब हमने उनसे मदद मांगी, उन्होंने हमारी मदद की. समाज ने भी बहुत मदद की है, अकेले कोई सरकार नहीं कर सकती है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कोरोना से निपटने का दिल्ली मॉडल की चर्चा पूरे देश और पूरी दुनिया में हो रही है. यह दिल्ली माडल दिल्ली के दो करोड़ लोगों की मेहनत का नतीजा है. पिछले 5-6 महीनों में दिल्ली के लोगों ने इस कोरोना प्रबंधन में कई चीजों में देश को ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को राह दिखाई है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 3 हजार टेस्ट प्रति मिलियन हो रहे हैं, तो इंग्लैंड में भी 3000 हो रहे हैं. टेस्ट के मामले में इंग्लैंड दिल्ली के साथ है. अब तक हम 21 लाख लोगों की जांच कर चुके हैं. दिल्ली की आबादी का 11 प्रतिशत टेस्ट कर चुके हैं. पूरी दुनिया के अंदर ऐसा कोई देश नहीं है, कोई शहर नहीं है, जिसने अपनी पूरी जनसंख्या का 10 प्रतिशत टेस्ट कर लिया है.
Posted By: Pawan Singh