Delhi Congress: लोकसभा चुनाव को लेकर जहां समूचा विपक्ष गठबंधन ‘इंडिया’ को मजबूत करने में लगे हैं. वहीं, कांग्रेस में मिशन 2024 को लेकर कमर कसने लगी है. इसी कड़ी में कांग्रेस ने आज यानी गुरुवार को दिल्ली के अपने संगठन में बड़ा बदलाव किया है. कांग्रेस ने बड़ा उलटफेर करते हुए पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली को राज्य इकाई का नया अध्यक्ष बनाया है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लवली को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कुमार थे.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अरविंदर सिंह लवली को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। pic.twitter.com/9mqPnPiCKM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 31, 2023
कांग्रेस की ओर देख रहे हैं लोग- लवली
इधर, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा है कि यह सच है कि पिछले कुछ सालों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है, लेकिन आज दिल्ली और देश में जो माहौल है, उसे देखकर लोग कांग्रेस और राहुल गांधी की ओर देख रहे हैं. उन्होंने कहा है कि दिल्ली के लोगों को डबल मार का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली और देश के लोग कांग्रेस को याद कर रहे हैं. लवली ने कहा कि हम अपने संगठन को मजबूत करेंगे और लोगों के मुद्दों को उठाना जारी रखेंगे. मुझे दिल्ली में कांग्रेस का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि दिल्ली में ‘आप’ के साथ गठबंधन पर फैसला पार्टी आलाकमान की ओर से लिया जाएगा.
#WATCH | Arvinder Singh Lovely, newly appointed president of the Delhi Pradesh Congress Committee, says, "It is true that the performance of Congress has not been good in the last few years, but seeing the atmosphere in Delhi and the country today, people are looking towards… pic.twitter.com/eBDVMwMOkH
— ANI (@ANI) August 31, 2023
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता अनिल कुमार ने मार्च 2020 में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली थी. दिसंबर, 2022 में हुए दिल्ली नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस को 250 सदस्यीय निगम में सिर्फ नौ सीटें मिली थीं, जबकि आम आदमी पार्टी 134 सीटों के साथ पहले और भारतीय जनता पार्टी 104 सीटें के साथ दूसरे स्थान पर रही थी. निगम चुनाव में कांग्रेस के इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से अनिल कुमार के स्थान पर किसी अन्य नेता को नियुक्त किए जाने को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं. पार्टी नेतृत्व ने हाल ही में दीपक बाबरिया को दिल्ली का प्रभारी नियुक्त किया था.
पहले भी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं लवली
गौरतलब है कि इससे पहले भी लवली दिल्ली कांग्रेस में बड़ा जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. शीला दीक्षित की सरकार में बतौर मंत्री उन्होंने कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली थी. वहीं, दिसंबर 2013 से फरवरी 2015 तक दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की भी लवली रह चुके हैं. लवली को कांग्रेस नेतृत्व ने ऐसे समय दिल्ली प्रदेश की कमान सौंपी है जब पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. कांग्रेस को दिल्ली में हुए पिछले दो विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं मिली.
लवली के सामने कई बड़ी चुनौती
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर लवली के सामने सबसे बड़ी चुनौतियां है. सबसे बड़ी चुनौती उनके सामने है दिल्ली में कांग्रेस के खोये जनाधार को वापस हासिल करना. इसके साथ ही उनके सामने एक और चुनौती लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ तालमेल की गुंजाइश बनाए रखने की भी होगी. गौरतलब है कि लवली पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर विधानसभा क्षेत्र से 1998 से 2013 तक लगातार विधायक रहे हैं. शीला दीक्षित की सरकार में साल 2003 से लेकर 2013 तक लवली कई विभाग संभाल चुके हैं. उन्होंने शिक्षा, परिवहन, शहरी विकास और राजस्व जैसे कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली थी.