छत्तीसगढ़ सरकार पर चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ ने Koo ऐप के जरिए किया हमला, कहा-आदिवासियों को नक्सली साबित कर रही सरकार

छत्तीसगढ़ के बीजापुर (Bijapur) में CRPF और नक्सलियों के बीच गोलीबारी (Firing between CRPF & Naxal) में 3 आदिवासियों की मौत का मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है. भीम आर्मी चीफ (Bhim Army) चंद्रशेखर आजाद 'रावण' ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) सरकार पर आरोप लगाया है कि बेबस आदिवासियों को जबरन नक्सली साबित करने में लगी हुई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 23, 2021 1:04 PM
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छत्तीसगढ़ के बीजापुर (Bijapur) में CRPF और नक्सलियों के बीच गोलीबारी (Firing between CRPF & Naxal) में 3 आदिवासियों की मौत का मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है. भीम आर्मी चीफ (Bhim Army) चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) सरकार पर आरोप लगाया है कि बेबस आदिवासियों को जबरन नक्सली साबित करने में लगी हुई है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Koo ऐप के जरिए कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा ‘सिलगेर कैंप‘ का विरोध कर रहे 3 आदिवासियों की पुलिस की गोलीबारी में मौत हो गई है. अन्य कई आदिवासी घायल हैं. अब छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) इन बेबस आदिवासियों को नक्सली साबित करने में लगी हुई है.

छत्तीसगढ़ सरकार पर चंद्रशेखर आजाद 'रावण' ने koo ऐप के जरिए किया हमला, कहा-आदिवासियों को नक्सली साबित कर रही सरकार 2

हिंदी भाषी लोगों से जुड़ने के लिए चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ ने हाल ही में माइक्रो ब्लॉगिंग Koo ऐप (Micro Blogging Koo App) में अपना अकाउंट बनाया है. भीम आर्मी चीफ (Bheem Army Chief) ने मामले में बीजेपी को भी आड़े हाथों लेते हुए आगे लिखा है कि निर्दोष आदिवासियों के साथ जो ज्यादती बीजेपी करती थी, वही कांग्रेस कर रही है. ये शर्मनाक है.

जानकारी के मुताबिक बीजापुर के सिलगेर में स्थित पुलिस कैंप के पास कुछ दिनों से ग्रामीण विरोध कर रहे थे. ग्रामीण यहां कैंप स्थापित नहीं होने देना चाहते. आईजी सुंदरराज पी के मुताबिक कुछ दिन पहले ग्रामीणों को समझा-बुझाकर लौटा दिया गया था, लेकिन अचानक 17 मई को दोपहर में ग्रामीणों की आड़ में नक्सलियों ने हमला किया. जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में 3 लोग मारे गए हैं.

बताते चलें कि Koo ऐप भारतीय भाषाओं में माइक्रो ब्लॉगिंग के लिए काफी पॉपुलर हो रहा है. बेहद कम समय में कू ऐप में 60 लाख से ज्यादा यूजर्स हो चुके हैं. यूजर्स कू ऐप के जरिए हिंदी समेत 7 स्थानीय भाषाओं में अपने विचारों को सोशल मीडिया पर रख सकते हैं.

Posted by: Pritish Sahay

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