मोदी के मुरीद हुए बिल गेट्स, कहा- भारत को बचाने में आपके प्रयास सराहनीय
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के संस्थापक बिल गेट्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना महामारी के खिलाफ भारत के प्रयासों के लिए उनकी तारीफ की है.
नयी दिल्ली : दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के संस्थापक बिल गेट्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना महामारी के खिलाफ भारत के प्रयासों के लिए उनकी तारीफ की है. उन्होंने अपनी चिट्टी में पीएम मोदी के नेतृत्व और कोरोना महामारी को लेकर केंद्र सरकार द्वारा उठाये गये कदमों की सराहना की है. उन्होंने कहा कि वह कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व के साथ-साथ उनके सरकार के सक्रिय कदमों की सराहना करते हैं. देश में हॉटस्पॉट चिह्नित करने और लोगों को आइसोलेशन में रखने के लिए लॉकडाउन, क्वारेंटिन के साथ-साथ इस महामारी से लड़ने के लिए जरूरी हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना सराहनीय है.
आपने रिसर्च और डेवेलपमेंट के साथ-साथ डिजिटल इनोवेशन पर भी काफी जोर दिया है. उ कोरिया किम की सेहत पर खामोश, उत्तराधिकारी पर कयास सियोल. उत्तर कोरिया ने अपने शासक किम जोंग उन की सेहत को लेकर विदेशी मीडिया में आयी खबरों को लेकर कुछ नहीं कहा है. वहीं, परमाणु हथियार से लैस देश का अगला शासक कौन होगा? इसे लेकर अटकलें लग रही हैं. देश पर 70 साल से एक ही परिवार के सदस्यों की हुकूमत रही है. किम जोंग उन की सेहत को लेकर सवाल तब मजबूती से उठने लगे जब वह 15 अप्रैल को अपने दादा और उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग की 108 वीं जयंती के मौके पर स्मरणोत्सव में शामिल नहीं हुए.
यह देश के सबसे अहम कार्यक्रमों से एक है और 36 वर्षीय किम जोंग उन ने 2011 के अंत में अपने पिता से सत्ता हासिल करने के बाद कभी भी इसको नहीं छोड़ा. उत्तर कोरिया के गोपनीय स्वभाव को देखते हुए कुछ बाहरी लोगों को यह अंदेशा है कि वह गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं.अफगानिस्तान ने जैश के बड़े ठिकाने को किया तबाह, पाक आतंकी भी धरायाकाबुल. अफगानिस्तान के सैनिकों ने पूर्वी प्रांत नांगरहार में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकाने को नष्ट कर दिया है. सेना के मुताबिक नांगरहार प्रांत के घोरकई इलाके में जैश के आतंकी 15 सालों से सक्रिय हैं.
बताया जा रहा है कि इस दौरान ग्रुप का पाकिस्तानी सदस्य अरेस्ट किया गया है और बड़ी मात्रा में हथियार जब्त किये गये हैं. स्थानीय टोलो न्यूज के मुताबिक, ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद करीम नियाजी ने कहा कि हमारे सुरक्षाबल इन आतंकियों के अड्डों का सफाया करने में सक्षम हैं. हमने दर्जनों छोटे और भारी हथियार जब्त किये हैं. वहीं, अफगान बॉर्डर फोर्स के कमांडर मोहम्मद अयूब हुसैनखैल ने बताया कि यहां जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ है. उनके पास उन्नत हथियार थे. ये सेंटर पूरी तरह से साफ कर दिये गये.