नई दिल्ली : भारत की राजधानी दिल्ली के 40 गांवों के नाम बदले जाएंगे. हालांकि, 2014 के बाद से लेकर अब दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास 7 रेसकोर्स से लेकर कई सड़कों और इमारतों के नाम बदल दिए गए हैं. अब यहां के गांवों की बारी है. खबर है कि केंद्र में सत्तारूढ़ सियासी दल भाजपा ने दिल्ली के 40 गांवों के नाम बदलने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार के पास प्रस्ताव भेजा है.
हालांकि, भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने पहले ही इस बात का ऐलान कर दिया था कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) दिल्ली के 40 गांवों के नाम बदलने के लिए दिल्ली सरकार के पास अपना प्रस्ताव भेजेगा. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने दिल्ली जिन 40 गांवों के नाम बदलने का प्रस्ताव अरविंद केजरीवाल सरकार के पास भेजा है, उनमें मोहम्मदपुर, हुमायूंपुर, युसूफ सराय, मस्जिद मोठ, बेर सराय, मसूदपुर, जमरूदपुर, बेगमपुर, सदैला जाब, फतेहपुर बेरी, हौज खास, शेख सराय समेत कई गांव शामिल हैं.
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने पहले भी भेजा था प्रस्ताव
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने मोहम्मदपुर का नाम बदलकर माधवपुरम करने का प्रस्ताव दिल्ली सरकार के पास भेजा था. हालांकि, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्रस्ताव पर दिल्ली सरकार ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है. इसके बाद अब भाजपा की ओर से दिल्ली के 40 गांवों के नाम बदलने का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा है.
गांव के लोग खुद बदलना चाहते हैं गांव का नाम
दिल्ली के 40 गांवों के नाम बदलने के पीछे भाजपा का तर्क यह है कि ये नाम गुलामी के प्रतीक हैं और इन 40 गांवों में रहने वाले लोग खुद इनका नाम बदलने के प्रति इच्छुक दिखाई दे रहे हैं. भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि दिल्ली के 40 ऐसे गांव हैं, जिनका नाम बदलने के लिए गांव के लोगों ने अपनी सहमति जताई है.