नई दिल्ली : दिल्ली में कोरोना संक्रमितों के नए मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. सरकार ने संक्रमण के मद्देनजर एहतियाती कदम उठाने के साथ पाबंदियों में सख्तियां भी बढ़ा दी है, लेकिन उसने इस बात को फिर दोहराया है कि दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी है कि पिछले चार दिनों से दिल्ली में कोरोना मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की दर स्थिर है. इससे एक अच्छा संकेत मिल रहा है.
मीडिया से बातचीत के दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि आज कोरोना के करीब 27,500 नए मामले सामने आएंगे. पिछले 4 दिनों से कोरोना मरीज़ों के अस्पताल में भर्ती होने की दर स्थिर है, जो कि एक अच्छा संकेत है. बेड पर भर्ती होने की दर 15 फीसदी है. उन्होंने कहा कि हमारी लॉकडाउन लगाने की कोई योजना नहीं है.
बताते चलें कि भारत में कोरोना वायरस के, 236 दिनों में सबसे अधिक 2,47,417 नए मामले आए हैं, जिनमें ओमिक्रॉन के 5,488 मामले शामिल हैं. इसके साथ ही, महामारी के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,63,17,927 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के गुरुवार को सुबह आठ बजे तक अपडेट आंकड़ों के अनुसार, देश में ओमिक्रॉन के एक दिन में 620 मामले आए, जो अब तक सर्वाधिक मामले हैं. इसी के साथ ही कोरोना वायरस के इस वेरिएंट के मामले बढ़कर 5,488 हो गए हैं. इनमें से 2,162 लोग स्वस्थ हो गए या देश छोड़कर चले गए हैं.
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महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के सबसे अधिक 1,367 मामले आए. इसके बाद राजस्थान में 792, दिल्ली में 549, केरल में 486 और कर्नाटक में 479 मामले आए. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 3.08 फीसदी है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर कम होकर 95.59 फीसदी हो गई है. कोरोना वायरस के 21 मई को एक दिन में कुल 2,57,299 मामले आए थे.