नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर बड़ा फैसला किया है. उत्तर भारत के महापर्व छठ को लेकर अरविंद केजरीवाल की दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने सभी अधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि सार्वजनिक स्थानों, नदी तटों और मंदिरों में अनुमति नहीं दी जायेगी.
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने उत्तर भारत के महापर्व छठ को लेकर एक पत्र जारी किया है. पत्र में कहा गया है कि दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों पर छठ महापर्व के अवसर पर पूजा करने की छूट नहीं होगी. साथ ही दिल्ली के सभी जिलाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, सभी डीडीसी और अन्य अधिकारियों को पत्र लिखा है.
मालूम हो कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं. त्योहारों के मौसम में लोगों के एक स्थान पर जमा होने को लेकर सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है. जानकारी के मुताबिक, पिछले दो सप्ताह में कोविड-19 के मरीजों के मामले में दिल्ली ने महाराष्ट्र और केरल को पीछे छोड़ दिया है. यही नहीं, दिल्ली में प्रतिबंधित क्षेत्रों की संख्या चार हजार से भी ज्यादा हो गयी है.
गौरतलब हो कि चार दिवसीय छठ महापर्व 18 नवंबर से शुरू होगी, वहीं 21 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन होगा. छठ महापर्व की शुरुआत 18 नवंबर को नहाय खाय के साथ शुरू होगा. खरना 19 को, अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य 20 और 21 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा.
इसके अलावा छठ महापर्व के दौरान शांति सौहार्द और कानून व्यवस्था बनाये रखने को लेकर भी सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. कहा गया है कि छठ महापर्व से पहले अपने-अपने क्षेत्रों के धार्मिक और सामाजिक संगठनों, पूजा समितियों के साथ बैठक कर एक स्थान पर भीड़ नहीं होना सुनिश्चित करें.