आप ने लगाया भाजपा पर 2500 करोड़ के घोटाले का आरोप, विधानसभा में लहराये पोस्टर-बैनर
Delhi Assembly Special Session नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा के स्पेशल सत्र (Jharkhand Assembly Session) में आज दूसरे दिन आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi party) के विधायकों ने विधानसभा में पोस्टर लहराये और भाजपा पर घोटाले का आरोप लगाया. विधायकों ने भाजपा पर एमसीडी के 2500 करोड़ रुपये हड़पने का आरोप लगाया है. सत्र शुरू होते ही आप विधायकों के हंगामें के कारण सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया. आप विधायक बड़े-बड़े पोस्टर और बैनर लेकर पहुंचे थे.
Delhi Assembly Special Session नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा के स्पेशल सत्र (Jharkhand Assembly Session) में आज दूसरे दिन आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi party) के विधायकों ने विधानसभा में पोस्टर लहराये और भाजपा पर घोटाले का आरोप लगाया. विधायकों ने भाजपा पर एमसीडी के 2500 करोड़ रुपये हड़पने का आरोप लगाया है. सत्र शुरू होते ही आप विधायकों के हंगामें के कारण सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया. आप विधायक बड़े-बड़े पोस्टर और बैनर लेकर पहुंचे थे.
इधर बकाया की मांग को लेकर भाजपा के नेता और तीनों नगर निगम के मेयर अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. वे एमसीडी की बकाया राशि की मांग कर रहे हैं. किसान बिल के विरोध में आम आदमी पार्टी के विधायक महेंद्र गोयल ट्रैक्टर लेकर विधानसभा पहुंचे थे. उन्होंने ट्रैक्टर लेकर विधानसभा में घुसने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर ही रोक दिया.
आप विधायकों ने अपने पोस्टर में भाजपा पर आरोप लगाया है कि भाजपा ने 2500 करोड़ का घोटाला किया है. पोस्टर में लिखा था, भाजपा ने किया 2500 करोड़ का घोटाला, भाजपा वालों को जेल भेजो. आपको बता दें कि कल सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सदन में कृषि कानून की प्रतियां फाड़कर अपना विरोध दर्शाया.
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भाजपा ने इसे राजनीतिक स्टंट बताया है. दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा कि विधानसभा में कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ना किसानों के हितों के खिलाफ है. गुप्ता ने कहा कि यह पंजाब की राजनीति के मद्देनजर एक “राजनीतिक स्टंट” और “नौटंकी” है. गुप्ता ने कहा कि आप प्रमुख ने विधानसभा में कृषि कानूनों की प्रतियों को फाड़कर संवैधानिक गरिमा को “नौटंकी” में बदल दिया.
जबकि, केजरीवाल ने कहा कि कृषि कानून भाजपा के चुनावी फंडिंग के लिए बनाया गया है और यह किसानों के लिए नहीं है. केजरीवाल ने तीनों कानूनों की प्रतियों को फाड़ते हुए कहा, ‘मुझे ऐसा करते हुए बहुत दुख हो रहा है. मैं ऐसा नहीं करना चाहता था लेकिन मैं देश के किसानों के साथ छल नहीं कर सकता. जो ठंड में सड़कों पर सो रहे हैं. जब तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं सबसे पहले इस देश का नागरिक हूं, मुख्यमंत्री बाद में.
Posted By: Amlesh Nandan.